घटनास्थल पर जानकारी लेते एसएसपी।
संवाद सहयोगी, जागरण.शिकोहाबाद (फिरोजाबाद)। नसीरपुर के गांव नंदराम की मढ़ैया गांव में किसान की हत्या पांच बीघा खेत पर कब्जे के लिए की गई थी। सोमवार रात गांव के ही हमलावरों ने पहले घर में घुसकर स्वजन को लाठी-डंडों से पीटा। इसके बाद किसान की गोली मारकर हत्या कर ली। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पीड़ित पक्ष का कहना है कि कोर्ट से उनके पक्ष में निर्णय आने के बाद भी दूसरा पक्ष पुलिस से सांठगांठ कर जबरन कब्जा करना चाह रहा था। मामले में पिता-पुत्र सहित छह लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नंदराम की मढ़ैया में हुई घटना से फैली सनसनी
नंदराम की मढ़ैया निवासी 45 वर्षीय सत्यभान यादव का घर के पास ही खेत पर कब्जे को लेकर गांव के ही सूरतराम यादव से विवाद चल रहा था। पीड़ित पक्ष का कहना है कि कोर्ट का आदेश उनके पक्ष में आने के बाद उन्हें कब्जा मिल गया था, लेकिन आरोपितों की उस पर नजर गड़ी हुई थी।
सत्यभान ने कब्जा लेने के बाद चारों तरफ तार लगवा दिए थे। उनके बेटे लवकुश का कहना है कि आरोपित पक्ष आधा से ज्यादा तार काट ले गए। इसकी शिकायत पुलिस से की गई तो दारोगा जितेंद्र गौतम ने शेष बचा तार भी यह कहकर निकलवा दिया कि आरोपित इसे भी चोरी कर ले जाएंगे। इसके बाद आरोपितों ने धीरे-धीरे इस पर कब्जा करने लगे।
गांव पहुंचे एसएसपी, पीड़ित परिवार से मिले
लवकुश के अनुसार सोमवार रात वे सभी घर में थे। तभी आरोपित पक्ष ने अचानक लाठी-डंडा, हाकी लेकर हमला कर दिया। पिता सत्यभान खेत की तरफ गए थे। शोरगुल सुनकर वह घर की तरफ भागे तो उनकी रास्ते में ही तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में सत्यभान के भतीजे चंद्रपाल ने सूरतराम, उनके बेटे अरुण, भाई किशन उर्फ भूरा, शिमला, ब्रजेश और रामविलास के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। हमले में सत्यभान की पत्नी राधा, बेटे राजपाल उर्फ छोटे, गुलशन समेत छह लोग घायल हैं।
घटना से गांव में पसरा रहा सन्नाटा
हत्या के दूसरे दिन भी गांव में सन्नाटा पसरा रहा। मंगलवार शाम छह बजे पोस्टमार्टम के बाद सत्यभान का शव घर पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। एहतियातन अंतिम संस्कार होने तक गांव में पुलिस तैनात रही। इससे पहले दोपहर एक बजे एसएसपी सौरभ दीक्षित गांव पहुंचे। उन्होंने सीओ अनिवेश कुमार से घटना के बारे में जानकारी ली। साथ ही घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पीड़ित स्वजन से मिलने पहुंचे।
दारोगा पर आरोप, एसएसपी ने शुरू कराई जांच
सत्यभान की पत्नी राधा ने बताया कोर्ट के आदेश पर थाने में तैनात दारोगा जितेंद्र गौतम ने 40 हजार रुपये लेकर उन्हें कब्जा दिलाया था। इसके बाद दूसरे पक्ष से 80 हजार रुपये लेकर तार कटवा दिए। दूसरे पक्ष ने धीरे-धीरे वहां भैंस बांधना शुरू कर दिया। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में जाकर की। आनलाइन पोर्टल पर भी कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
खेत पर कब्जे के पुराने विवाद में हत्या की बात सामने आई है। मृतक पक्ष के लोगों ने दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनकी जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी। आरोपित फरार हैं। उनकी गिरफ्तार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। -सौरभ दीक्षित, एसएसपी |