क्या है नए साल की आधी रात को किस करने की परंपरा? (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बस कुछ घंटे बाद ही पूरी दुनिया नए साल के स्वागत का जश्न मनाती नजर आएगी। देखते ही देखते इस साल का आखिरी दिन आ चुका है और हर कोई नई उम्मीदों के साथ नए साल का स्वागत करने को तैयार है। आने वाले साल को खुशनुमा बनाने के लिए लोग अक्सर कई सारी चीजें करते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कोई 31 दिसंबर की रात यानी न्यू ईयर ईव को रात 12 बजे विश मांगता है, तो कोई अंगूर खाकर आने वाले साल को लकी बनाने की इच्छा रखता है। इसी तरह नए साल से जुड़ा एक और ट्रेडिशन आजकल काफी ज्यादा ट्रेंड में है। हम बात कर रहे हैं न्यू ईयर मिडनाइट किस की, जो एनए साल से जुड़ी एक पुराना ट्रेडिशन है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
हम में से कई लोग नए साल की शुरुआत होते ही अपने पार्टनर को किस कर नए साल के लिए खुशियां और एक-दूसरे का साथ मांगते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नए साल की ये परंपरा कहां से आई, इसका असली मतलब क्या है और क्या ये आज भी प्रचलित है? इस आर्टिकल में हम इन्हीं सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेंगे।
क्या है न्यू ईयर मिडनाइट किस ट्रेडिशन?
जैसाकि नाम से ही समझ आ रहा है, इस ट्रेडिशन का सीधा-सा मतलब न्यू ईयर ईव यानी 31 दिसंबर को रात 12 बजे अपने पार्टनर को किस करना। यह सुनने में बेहद रोमांटिक लग सकता है, लेकिन यह सिर्फ एक रोमांटिक एक्ट नहीं, बल्कि इसे गुडलक और नए साल की शुभकामनाओं से भी जोड़ा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि नए साल की शुरुआत होने पर अगर आप अपने पार्टनर या करीबियों को किस करते हैं, तो इससे पूरा साल खुशियों भरा रहता है और आपका साथ हमेशा बना रहता है। कपल्स के लिए यह रिश्ते में प्यार बढ़ाने वाला एक ट्रेडिशन है।
कैसे हुए इस परंपरा की शुरुआत?
यह ट्रेडिशन भले ही दुनियाभर में प्रचलित है, लेकिन इसकी शुरुआत कब, कैसे और कहां हुई, इसकी कोई सटीक जानकारी नहीं है। हालांकि, एक्सपर्ट्स इसे दो विंटर फेस्टिवल सैटर्नलिया (एक प्राचीन रोमन फेस्टिवल) और हॉगमने (एक वाइकिंग परंपरा जो आज भी स्कॉटलैंड में नए साल पर मनाई जाती है) से जोड़कर देखते हैं।
शनिवार संक्रांति के दौरान मनाया जाने वाला वार्षिक उत्सव सैटर्नलिया, साल का सबसे बड़ा जश्न होता था और इसमें स्वाभाविक रूप से सार्वजनिक रूप से शराब पीना शामिल था। इसी पहलू से यह धारणा बनी कि किस करना उत्सव का एक हिस्सा था। सैटर्नलिया 17 से 23 दिसंबर के बीच मनाया जाता था, जिससे विशेषज्ञों का मानना है कि नए साल पर किस करने की परंपरा यहीं से शुरू हुई।
दूसरी ओर, हॉगमने (एक वाइकिंग ट्रेडिशन जो आज भी स्कॉटलैंड में मनाया जाता है) में कम से कम नए साल पर किस करना शामिल है। हालांकि, ये किस अजनबियों और दोस्तों दोनों को दिए जाते थे और नए साल में समृद्धि की कामना भी की जाती थी। वर्तमान में अमेरिका और जर्मनी के अलावा भारत के मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और शिमला जैसी जगहों में भी यह ट्रेडिशन तेजी से पॉपुलर हो रहा है।
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