मंडियों में सात से 10 दिन पहले धान लेकर आए किसान, खरीद के लिए नहीं आ रही एजेंसी। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, जींद। प्रदेश सरकार ने इस बार पीआर धान की खरीद जल्दी शुरू की है। किसानों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। काफी किसान ऐसे हैं, जो 20 सितंबर से पहले मंडी में धान लेकर आए थे, लेकिन अब तक खरीद नहीं हुई है। एजेंसी अधिकारी धान में नमी ज्यादा बता रहे हैं। जबकि मंडी में आकर नमी तक नहीं जांची जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब तक नरवाना में 780 क्विंटल और नगूरां में 50 क्विंटल पीआर धान की खरीद हुई है। जबकि जिलेभर की मंडियों व खरीद केंद्रों पर सोमवार दोपहर बाद तक 48,871 क्विंटल धान पहुंच चुका है। जींद नई अनाज मंडी में पीआर धान की खरीद नहीं करने पर मार्केट कमेटी सचिव ने शनिवार को हैफेड एजेंसी को नोटिस जारी किया था।
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इसके बावजूद सोमवार को मंडी में पीआर धान की खरीद नहीं की गई। वहीं, उचाना मंडी में भी ऐसे ही हालात हैं। किसान पिछले सप्ताह पीआर धान लेकर मंडी में आए थे, जोकि नहीं बिका है। किसानों का कहना है कि उनके धान की ढेरी पर नमी तक जांचने के लिए एजेंसी का कोई व्यक्ति नहीं आया है। ऐसे में मंडी में फसल की रखवाली करनी पड़ रही है।
एजेंसी ने नमी तक नहीं जांची
बनभौरी गांव के किसान जगबीर ने बताया कि पिछले सप्ताह वह उचाना मंडी में पीआर धान लेकर आया था। अब तक धान नहीं बिका है। एजेंसी की तरफ से धान की ढेरी में नमी तक भी नहीं जांची गई है।
एजेंसी खरीदने नहीं आ रही
किसान महाबीर ने बताया कि करीब एक सप्ताह से उसने मंडी में पीआर धान डाला हुआ है। खरीदने के लिए एजेंसी नहीं आ रही है। आढ़ती अपने स्तर पर ही ढेरी में नमी जांचते हैं। सुनने में यही आ रहा है कि मिल अलाट नहीं होने के कारण एजेंसी खरीद शुरू करने में देरी कर रही हैं।
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