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जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। बिसरख कोतवाली पुलिस ने बड़े नोट के बदले छोटे 100-200 के रूप में दोगुना धनराशि देने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना समेत छह सदस्यों को गिरफ्तार कर कब्जे से 5.75 लाख रुपए, दो लग्जरी गाड़ियां, पांच फर्जी आधार कार्ड, नोट गिनने की मशीन, नोटनुमा कागज की गड्डियों से भरे तीन ट्राली बैग समेत अन्य सामान बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए ठग इंजीनियर और मैनेजमेंट की डिग्रीधारी हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गाजियाबाद के ड्रीम लैंड सोसायटी निवासी दीपिका अग्रवाल और उनके जीजा विशाल अग्रवाल से सोनू यादव नामक युवक ने बड़े नोटों के बदले में छोटे नोट के रूप में दोगुना राशि देने के नाम पर 16.50 लाख रुपए ठग लिए। आरोपित सोनू ने चार दिसंबर को दोनों को गौर सिटी माल के सामने बुलाया था। यहां से छोटू नामक युवक के साथ सेंचुरियन ट्रेस होम्स सोसायटी के टावर बी-2 के फ्लैट नंबर 1608 में ले गए। फ्लैट में दो और युवक मिले।
दीपिका और उनके जीजा को फ्लैट के अंदर रखी मशीन से दो गुना नोट गिनकर बैग में रखे। सोनू व छोटू दोनों को नीचे कार तक छोड़ कर चले गए। कार में दोनों ने बैग में भरे नोट देखे गड्डी में सिर्फ ऊपर एक नोट असली लगा था, बाकी नोट के साइज में कागज के टुकड़े लगे थे। ठगी का एहसास होने पर आनन-फानन दोनों उतर कर फ्लैट में पहुंचे तो आरोपित लापता थे।
दीपिका की तहरीर पर पुलिस ने पांच दिसंबर को बिसरख कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। डीसीपी शक्ति मोहन ने बताया पुलिस टीम ने 11 दिसंबर को गिरोह के सरगना इंद्रमणि उर्फ राजा, उर्फ इंद्र को सेक्टर-16 स्थित निर्माणाधीन रुद्रा सोसायटी के पास से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपितों ने बड़े नोट के बदले दो गुना छोटे नोट देकर लोगों से ठगी करने का जुर्म कुबूल किया है। आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। बताया गिरोह में एक और आरोपित का नाम सामने आया है, उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
गिरोह में 6-7 लोग शामिल रहते हैं, जिनके पास अधिक नगदी होती है गिरोह निशाना बनाता है। आरोपित पूर्व से निश्चित फ्लैट पर कमरे में एक तख्त नुमा चौकी का प्रयोग करते हैं। तख्त और दीवार में छेद बना देते हैं। तख्त पर बैठकर रुपए गिनकर बैग में गड्डियां रखने का काम करता है।
नोटों की असली गड्डियां चौकी के नीचे बैठे व्यक्ति को पकड़ा देता है और उससे कागज की गड्डियाें पर एक असली नोट लगाकर बैग में रख देता है। इससे कुर्सी पर सामने बैठे व्यक्ति को लगे कि जो असली नोट गिने गए हैं, वही बैग में भी रखे गए हैं। तख्त के सामने कुर्सियों पर ग्राहक को बैठाया जाता है और मशीन से नोट गिनकर उनके सामने यह भरोसा दिलाया जाता है कि सारे असली नोट हैं। आस पास दो-तीन लोग ध्यान भटकाने का कार्य करते हैं।
आरोपितों में इंजीनियर, बीबीए व पालिटेक्निक डिग्री धारक शामिल
शुभम तिवारी निवासी पियरी थाना मुगरा बादशाहपुर जौनपुर इसने पालिटेक्निक किया है। कस्टम एक्सपोर्ट इंपोर्ट का काम करता था, चीन में कार्यालय है। नवीन सिंह निवासी करसरी गौतम थाना निरंजनपुर जिला बस्ती, बीबीए किए है।
इंद्रमणि निवासी निराला एस्पायर थाना बिसरख, मूल निवासी भैरोपुर थाना डोरीगंज सारन बिहार का रहने वाला है, आइटी रायपुर से इंजीनियरिंग की थी। गौरव गुप्ता निवासी निराला एस्पायर काेतवली बिसरख, एम काम तक की पढ़ाई की है।
रितेश निवासी दुधेला गाछी थाना सोनपुर सारन बिहार, इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है और चंचल निवासी पहेतीया थाना हाजीपुर वैशाली बिहार, आटोमोबाइल इन में डिप्लोमा कर रखा है। इंद्रमणि के खिलाफ तीन मामले, चंचल पर दो व अन्य चारों आरोपितों पर एक-एक मामला विभिन्न थानों में दर्ज है।
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