कांधला के गांव गढ़ी दौलत में मौके पर पहुंचकर जानकारी लेते एसपी।
संवाद सूत्र, जागरण शामली। पत्नी और बच्चियों की हत्या के बाद जब पुलिस अधिकारियों ने आरोपित से पूछताछ की तो उसकी बात सुनकर सब दंग रह गए। उसने कहा कि पत्नी को अकेले घर से नहीं जाना चाहिए था। इससे वह बहुत नाराज था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस को घर में महिला का कोई भी फोटो नहीं मिला। इस पर उसने कहा कि फोटो खींचने पर पाबंदी थी। आरोपित फारूक ने पुलिस को बताया कि वह महीने में करीब 20-22 हजार रुपये कमा लेता था। सब रुपये पत्नी और बच्चों पर खर्च करता था। बस वह इतना ही चाहता था कि पत्नी और बच्चे उसके हिसाब से चलें।
घर की आर्थिक स्थिति थोड़ी सही नहीं थी। वह बच्चों को भी स्कूल नहीं भेजता था। घर में फोटो खींचने पर भी पाबंदी थी। एसपी ने बताया कि महिला का फोटो न खिंचे, इसलिए उसने महिला का आधार कार्ड, वोटर आइडी कार्ड और राशन कार्ड तक नहीं बनवाया था।
महिला को अकेले घर से बाहर भी नहीं जाने देता था। उसका कहना था कि जहां भी जाना है, मेरे साथ जाना है। इस रोक-टोक से महिला परेशान हो गई थी।
बच्चों ने बताया, पिता ने जला दिए थे कपड़े
फारूक घटना के बाद बच्चों और अपने स्वजन से लगातार झूठ बोलता रहा। बच्चों से पहले कहा था कि मां और बहनें रिश्तेदारी में गई हैं। अपने स्वजन से बोला कि उनको किराये पर कमरा लेकर वहां रखा है। सब उसकी बात मान रहे थे, लेकिन तीन दिन पहले आरोपित ने अपने घर में ही महिला और दोनों बेटियों के कपड़े जला दिए थे।
इस बारे में घर में मौजूद तीनों बच्चों ने अपने दादा-दादी को सूचना दे दी थी। इस पर उनको शक हुआ था। तब उन्होंने फारूक से दबाव देकर बहू और पोतियों के बारे में पूछा था।
घटना से कुछ दिन पहले भी चलाई थी गोलियां
आरोपित ने पूरी योजना के तहत घटना को अंजाम दिया था। उसने किसी से तमंचा खरीदा था। इसके बाद दो रात उसने लगातार हवाई फायरिंग भी की थी, ताकि घटना वाले दिन जब वह गोली चलाए तो लोगों को शक ना हो। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है।
कुछ लोगों ने बताया कि घटना से पहले भी आरोपित ने गोली चलाई थी, इसलिए घटना वाले दिन उनको कुछ अजीब नहीं लगा था। यह सब उसकी योजना का हिस्सा था।
यह भी पढ़ें- ट्रेन का इंजन बनेगा स्वाद का ठिकाना, यूपी के इस जिले में बनेगा देश का पहला \“लोको रेस्टोरेंट\“
एक दिन पहले ही कराया था फर्श
घटना के बाद आरोपित पूरी तरह से शांत रहा था। उसने घटनास्थल को भी आराम से साफ किया था। खून को पानी से धो दिया था। सोमवार को उसने सेफ्टी टैंक के ऊपर के हिस्से पर फर्श कराया था, ताकि किसी को भी शक ना हो। हालांकि राजफाश होने पर पुलिस ने फर्श को तोड़कर खोदाई की थी। करीब 10 फुट नीचे से तीनों के शव बरामद हुए थे।
आरोपित आराम से काम पर जा रहा था
तीन हत्याओं को अंजाम देने के बाद भी आरोपित सामान्य था। वह आराम से काम पर जा रहा था। लोगों से बातचीत कर रहा था। कोई भी उसे देखकर यह अंदाजा नहीं लगा सकता था कि उसने अपनी पत्नी और दो बेटियों की हत्या की है। उसके हाव-भाव में कोई परिवर्तन नहीं था। उसने बच्चों से लेकर अपने माता-पिता, स्वजन और पत्नी के मायके वालों को गुमराह किया हुआ था।
यह भी पढ़ें- ट्रेनों की लेटलतीफी यात्रियों के लिए बनी टॉर्चर...8 घंटे का सफर 18 घंटे में बदला, खाना तो छोड़िए चाय के लिए भी तरस गए लोग
आरोपित के मोबाइल की होगी जांच
थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि आरोपित फारूक स्मार्ट फोन चलाता है। हत्याकांड को अंजाम देकर शवों को सेफ्टी टैंक में छिपाने के बारे में अभी तक उसने कुछ नहीं बताया है। आरोपित के फोन की जांच की जाएगी। जरूरत पड़ी तो उसे लैब भी भेजा जाएगा। पुलिस सभी बिंदुओं पर कार्य कर रही है। महिला के मायके पक्ष के लोगों की ओर से तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। |
|