सर्दियों में सीने का दर्द: हार्ट डिजीज या एसिडिटी? (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों में अक्सर कई तरह की समस्याएं लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी रहती है। सर्दी-जुकाम के साथ-साथ इन दिनों सीने में दर्द की समस्या भी काफी आम होती है और अक्सर लोग इसे हार्ट डिजीज समझकर पैनिक हो जाते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हालांकि, सीने का दर्द हर बार हार्ट डिजीज नहीं होता है। कई बार यह एसिड रिफ्लक्स के कारण भी हो सकता है। इस बारे में ज्यादा विस्तार से जानने के लिए हमने मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साकेत में कार्डियक साइंस-कार्डियोलॉजी के प्रिंसिपल डायरेक्टर और यूनिट हेड डॉ. रिपेन गुप्ता से बातचीत की। आइए जानते हैं सर्दी में होने वाले सीने के दर्द के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सर्दी में क्यों होता है सीने में दर्द
डॉक्टर बताते हैं कि सर्दियों के दिनों में सीने में दर्द होना एक आम समस्या है और अक्सर इससे दिल की बीमारी को लेकर चिंता करने लगते हैं। हालांकि, ठंड के मौसम में दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन हर तरह का सीने का दर्द हार्ट डिजीज नहीं होता। एसिड रिफ्लक्स (जीईआरडी) भी इसका एक आम कारण है और इन दोनों के बीच अंतर करना बेहद जरूरी है और कई बार तो यह जीवन रक्षक भी साबित हो सकता है।
सर्दियों में सीने में दर्द की शिकायतें क्यों बढ़ती हैं?
सर्दियों में अक्सर ठंडा तापमान ब्लड वेसल्स को संकुचित कर देता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और हार्ट पर काम का बोझ बढ़ जाता है। इससे एंजाइना या यहां तक कि दिल का दौरा भी पड़ सकता है, खासकर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्मोकिंग के इतिहास वाले या पहले से ही हार्ट डिजीज से पीड़ित लोगों में।
साथ ही, सर्दियों में लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे हैवी खाना, कम शारीरिक गतिविधि, देर से रात का खाना और खाने के तुरंत बाद लेट जाने जैसी आदतें एसिड रिफ्लक्स को और खराब कर सकती हैं।
हार्ट डिजीज से के संकेत
दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से होने वाला दर्द आमतौर पर सीने के बीच में या बाईं ओर दबाव के रूप में नजर आता है। साथ ही इस दर्द को सीने में जकड़न, भारीपन या चुभन के रूप में वर्णित किया जाता है।
यह दर्द बाईं बांह, जबड़े, गर्दन, पीठ या कंधों तक फैल सकता है। इसके साथ अक्सर सांस फूलना, पसीना आना, मतली, चक्कर आना या दिल की धड़कन तेज होना जैसे लक्षण भी नजर आते हैं। शारीरिक परिश्रम, ठंडी हवा में चलने या इमोशनल स्ट्रेस से होने वाला दर्द, जो आराम करने पर ठीक हो जाता है, विशेष रूप से चिंताजनक होता है और इसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
एसिड रिफ्लक्स के संकेत
एसिड रिफ्लक्स का दर्द अक्सर छाती के पीछे जलन के रूप में होता है, जो आमतौर पर खाने के बाद या लेटने पर होता है। यह रात में या आगे झुकने पर बढ़ सकता है और अक्सर मुंह में खट्टापन, डकार, ब्लोटिंग या उल्टी के साथ जुड़ा होता है। एंटासिड लेने या सीधे बैठने से आराम मिलना एसिड रिफ्लक्स का संकेत है।
इन बातों का रखें ध्यान
यह समझना महत्वपूर्ण है कि लक्षण एक जैसे हो सकते हैं। बुजुर्ग व्यक्तियों, महिलाओं और डायबिटीज के मरीजों में दिल के दौरे के असामान्य लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें कभी-कभी एसिडिटी समझ लिया जाता है।
कोई भी नया, गंभीर, लगातार या बिना किसी वजह के सीने में दर्द - विशेष रूप से सांस लेने में तकलीफ, पसीना आना या दर्द फैलने को हल्के में नहीं लेना चाहिए। संदेह होने पर, पहले हार्ट डिजीज की जांच करवाएं और सावधानी बरतना हमेशा बेहतर होता है।
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