प्रधानाध्यापक अमरेंद्र कुमार सिन्हा
संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। प्रखंड के सबसे बड़े पंचायत शमशेर नगर में स्थित राजकीयकृत नारायण इंटर विद्यालय में कुल 978 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। विद्यालय में कक्षा नौ से 12 तक की पढ़ाई होती है, लेकिन यहां कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि विद्यालय का कोई कार्यालय नहीं है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रधानाध्यापक अमरेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि विद्यालय में कुल 11 कमरे उपलब्ध हैं, जिनमें से एक कमरे का उपयोग कार्यालय के रूप में किया जाता है। इस कमरे का एक हिस्सा अन्य कार्यों के लिए घेरकर बनाया गया है। दो कमरों का उपयोग शिक्षक कक्षा के रूप में कर रहे हैं। कार्यालय जर्जर होने के कारण ध्वस्त कर दिया गया था, जो खपरैल भवन था।
विद्यालय ने कार्यालय न होने के संबंध में विभाग को पत्र लिखा है, लेकिन कार्यालय निर्माण का कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है। हाल ही में जब विद्यालय शिक्षा समिति के पदेन अध्यक्ष क्षेत्रीय विधायक डॉ. प्रकाश चंद्र का अभिनंदन समारोह यहां आयोजित किया गया, तब कार्यालय निर्माण की आवश्यकता पर चर्चा हुई, जिससे उम्मीद जगी है।
इस विद्यालय में दो कमरों का निर्माण कार्य जून 2025 में आरंभ हुआ था, लेकिन जुलाई से यह कार्य ठप पड़ा है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
उन्होंने कहा कि उपस्कर एवं अन्य संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन कमरों की कमी के कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बनाए गए कला मंच पर विद्यार्थियों की परीक्षा लेनी पड़ती है।
एक ही कमरे में कला और विज्ञान की शिक्षा
शिक्षा के क्षेत्र में कला और विज्ञान दो अलग-अलग संकाय होते हैं, जिनकी पढ़ाई की व्यवस्था भी अलग होती है। लेकिन शमशेर नगर इंटर विद्यालय की स्थिति यह है कि कला और विज्ञान दोनों की पढ़ाई एक ही कमरे में कराई जा रही है।
यहां संगीत कला से संबंधित तबला, हारमोनियम जैसे वादन यंत्र और विज्ञान की पढ़ाई के लिए आवश्यक कंप्यूटर एक साथ उपस्थित हैं। इस प्रकार, गायन और वादन की कला सीखने के साथ-साथ विज्ञान की पढ़ाई भी एक ही कमरे में कराई जा रही है, जो कि कमरों की कमी का परिणाम है। |