जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को तीन मुख्य आरोपियों से चार दिन की कस्टोडियल पूछताछ शुरू कर दी है।इसके लिए विशेष सीबीआई अदालत से अनुमति ली गई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सूत्रों के अनुसार, घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे शंकर पृष्टि के साथ उसके सहयोगी सुरेश और सागर को भुवनेश्वर स्थित झारपड़ा जेल से रिमांड पर लिया गया है।सीबीआई भर्ती प्रक्रिया में हुई बड़े पैमाने की अनियमितताओं की परतें खोलने में जुटी है।
धन के लेन-देन पर फोकस
सीबीआइ की पूछताछ का केंद्र वित्तीय लेन-देन, ऑपरेशनल नेटवर्क और परीक्षा में हेरफेर करने वाले बिचौलियों की भूमिका है।जांच एजेंसी को भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अत्यधिक बड़ी रकम के लेन-देन के सुराग मिले हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है।
परीक्षा एजेंसी की भूमिका संदिग्ध
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई सिलिकॉन टेक लैब की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है, जिस पर प्रश्न पत्रों की छपाई और उन्हें परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी।जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस दौरान प्रश्नपत्रों तक पहुंच कैसे बनी और उनमें किस तरह से सेंधमारी की गई।
आमने-सामने पूछताछ की तैयारी
सीबीआई शंकर पृष्टि और सुरेश से आमने-सामने पूछताछ कर यह जानने का प्रयास करेगी कि जिम्मेदारियों का बंटवारा कैसे हुआ, अभ्यर्थियों से संपर्क किस माध्यम से किया गया और क्या परीक्षा से जुड़ी व्यवस्थाओं का गलत इस्तेमाल किया गया।
शंकर का करीबी सहयोगी बताए जा रहे सागर से भी पूछताछ की जा रही है। उस पर दीघा समेत कुछ परीक्षा केंद्रों से जुड़ी गतिविधियों के समन्वय में भूमिका निभाने का आरोप है।
कई परीक्षाएं जांच के दायरे में
सीबीआई ने संकेत दिए हैं कि एसआई भर्ती परीक्षा ही नहीं, बल्कि इससे पहले आयोजित अन्य भर्ती परीक्षाएं भी घोटाले से प्रभावित हो सकती हैं।पूछताछ में नए खुलासों के आधार पर अन्य संदिग्धों को भी तलब किया जा सकता है।
133 मोबाइल फोन जब्त
जांच के दौरान सीबीआई ने गिरफ्तार अभ्यर्थियों और कथित बिचौलियों से जब्त किए गए 133 मोबाइल फोन कब्जे में लिए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच जारी है। विशेष सीबीआई अदालत के आदेश के अनुसार, तीनों आरोपी 22 दिसंबर तक सीबीआई की हिरासत में रहेंगे। |