विवाद के बाद अपार्टमेंट में मौजूद भाजपा नेता अजय भराला।
जागरण संवाददाता, मेरठ। रोहटा रोड पर श्रीधाम अपार्टमेंट में भाजपा नेता अजय भराला और बिल्डर सचिन राजवंशी के बीच गाली-गलौज करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अपार्टमेंट में 24 फ्लैट के टेंडर को लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बिल्डर अपने साथियों के संग दी गई रकम वापस लेने पहुंचे थे। दोनों पक्ष बैठकर बातचीत कर रहे थे, तभी कहासुनी शुरू हुई। देखते ही देखते हाथापाई तक नौबत आ गई। वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कराया। बाद में बिल्डर सचिन ने पुलिस को तहरीर दी और बताया कि सुरक्षा गार्ड की एके-47 लेकर अजय उनके पीछे भागे थे। वहीं अजय के साले विष्णु ने भी बिल्डर के खिलाफ तहरीर दी है।
दिल्ली रोड स्थित अल्पाइन हाइट्स निवासी बिल्डर सचिन राजवंशी ने बताया कि अपने हिस्सेदार अमित कंसल निवासी नंदन कालोनी के साथ मिलकर रोहटा रोड पर श्रीधाम अपार्टमेंट में 24 फ्लैट बनाने का टेंडर लिया था। अपार्टमेंट के स्वामी भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अजय भराला, दिनेश त्यागी, पुष्पेंद्र त्यागी और अशोक गौड़ हैं।
सचिन ने 10 लाख रुपये बयाना के तौर पर दिए थे। पांच सितंबर को जमीन पर भूमि पूजा कर काम शुरू कर दिया। अब तक 10 लाख की रकम लगाई गई हैं, जिसमें एक जनरेटर, एक चौकीदार तथा कुछ सामान भी साइट पर पहुंचा दिया था। चार दिसंबर को अपार्टमेंट के सभी हिस्सेदारों के साथ श्रीधाम अपार्टमेंट स्थित परशुरामजी ट्रस्ट के आफिस में बैठक हुई।
अजय के बड़े भाई भाजपा नेता सुनील भराला भी इस मीटिंग में शामिल हुए थे। उन्होंने तय किया कि अपार्टमेंट में 30 प्रतिशत की हिस्सेदारी अजय को दी जाएगी। उसके बाद अजय ने उक्त अपार्टमेंट का टेंडर अपने साले विष्णु को दे दिया। 16 दिसंबर को सचिन अपने साथी अमित कंसल के साथ श्रीधाम अपार्टमेंट पहुंचे।
वहां पर अजय दो पुलिस सुरक्षा गार्डों के साथ मौजूद थे। उनका साला विष्णु, हिस्सेदार पुष्पेंद्र त्यागी और करीब 10 अन्य लोग थे। सचिन ने अपनी रकम की मांग की। आरोप है कि अजय ने पुष्पेंद्र के साथ मिलकर गाली-गलौज की। अजय अपने सुरक्षा गार्ड की एके-47 राइफल छीनकर उसके पीछे भी दौड़े। अन्य व्यक्तियों ने हाथापाई और जान से मारने की कोशिश की।
सचिन ने कंकरखेड़ा थाने पर इसकी शिकायत की। कार्रवाई नहीं होने पर गुरुवार को बिल्डर पक्ष एसएसपी से मिला। एसएसपी ने सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
इन्होंने कहा
मैं अपने साले विष्णु के साथ साइट पर बैठा था। वहीं पर सचिन अपने साथ चार लोगों को लेकर पहुंचा था। पिस्टल साथ लेकर आया था। अगर मेरे पास सुरक्षा गार्ड नहीं होते तो हमारी हत्या कर सकता था। अपार्टमेंट में पहुंचते ही सचिन और उसके साथियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। उसके बाद ही विवाद बढ़ा। इस प्रकरण से हमारा कोई लेना देना नहीं है, विष्णु के साथ उनका विवाद था। विष्णु की तरफ से भी कंकरखेड़ा थाने में सचिन और उसके साथियों के खिलाफ तहरीर दी गई है।
अजय भराला, भाजपा नेता
बिल्डर सचिन राजवंशी की तरफ से एसएसपी को शिकायत की गई थी। उसकी जांच करने के लिए एसएसपी से आदेश मिला है। अपार्टमेंट की सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल सकी है। मोबाइल से बनाया एक वीडियो सचिन की तरफ से मुहैया कराया गया है। प्रकरण में अपार्टमेंट के टेंडर को लेकर विवाद है। गहनता से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी।
प्रकाश चंद्र, सीओ दौराला |