घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में उत्तर भारत (फोटो- जागरण)
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में आए बदलाव के कारण पूरा उत्तर भारत घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में है। शुक्रवार को पंजाब से बिहार तक कोहरे की मोटी परत के कारण कई जगह दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। इससे रेल, सड़क और वायु यातायात प्रभावित हुआ है। कई जगह स्कूल-कॉलेजों का समय बदलना पड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दिल्ली के लिए कोहरे का रेड अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने दिल्ली के लिए कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के कई जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने के साथ ही वाहन चलाते समय फॉग लाइट का उपयोग करने की सलाह दी है।
यूपी में पड़ रही कोहरे व गलन वाली ठंड
आइएमडी के अनुसार, शुक्रवार सुबह 5.30 बजे आगरा, बरेली, सहारनपुर और गोरखपुर, अंबाला, अमृतसर, बठिंडा, लुधियाना, ग्वालियर, भागलपुर और डाल्टनगंज जैसे शहरों में दृश्यता शून्य दर्ज की गई। कोहरे व गलन के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वांचल तक ठिठुरता रहा।
बरेली मंडल के आठवीं तक के सभी स्कूल 20 तक बंद किए जा चुके हैं। मेरठ और आसपास के जिलों में लगातार दूसरे दिन दोपहर तक कोहरा छाया रहा। बीती रात हाईवे पर दृश्यता शून्य थी। आगरा में भी सुबह कोहरा छाया रहा।
वाराणसी में सुबह 10 बजे तक घना कोहरा छाया रहा
वाराणसी में सुबह 10 बजे तक घना कोहरा छाया रहा दृश्यता 100 मीटर तक थी। मध्य प्रदेश का ग्वालियर-चंबल अंचल घने कोहरे की चपेट में नजर आया। सुबह नौ बजे तक सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए और सड़कों पर दृश्यता 100 मीटर से भी कम रह गई।
कई ट्रेनों को करना पड़ा निरस्त
दिल्ली आने वाली 40 से अधिक ट्रेनें दो घंटे से अधिक विलंब से दिल्ली पहुंचीं। कोहरे के कारण भागलपुर गरीब रथ एक्सप्रेस निरस्त कर दी गई। संभलपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से पांच घंटे देरी से पहुंची।
इसके साथ ही शताब्दी, वंदे भारत समेत कई ट्रेनें 45 मिनट देरी से चली। बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं में गुरुवार रात से छाया कोहरा शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे तक रहा। इसके बाद शीत लहर चलने लगी। आठ ट्रेनें भी निरस्त रहीं।
विमान सेवाओं पर असर, दिल्ली में 177 उड़ानें रद
आइजीआइ एयरपोर्ट पर गुरुवार रात ढाई बजे से शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक दृश्यता का स्तर 50 मीटर तक बना रहा। इससे चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों समेत 177 उड़ानें रद कर दी गईं। 84 प्रतिशत उड़ानें विलंबित रहीं, जिनकी संख्या एक हजार है।
एयरपोर्ट पर औसत विलंब की दर 45 मिनट रही। आगमन वाली उड़ानों में भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं थी। यहां भी आधी उड़ानें विलंबित रहीं। हालांकि, विलंब की औसत अवधि यहां 15 मिनट तक रही।
वाराणसी एयरपोर्ट से 28 उड़ानों के रद की घोषणा की
वाराणसी एयरपोर्ट से 28 उड़ानों के रद होने की घोषणा एयरलाइंस कंपनियों ने सुबह ही कर दी थीं। देहरादून एयरपोर्ट पर दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु समेत आठ उड़ानें एक से डेढ़ घंटे विलंब से पहुंचीं।
प्रेट्र के मुताबिक, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि वह आइएमडी के साथ मिलकर काम कर रहा है, और रियल-टाइम मौसम पूर्वानुमान के आधार पर फैसले लिए जा रहे हैं। यात्रियों को एयरपोर्ट पर अनावश्यक यात्रा से बचने के लिए पहले से सूचित किया जा रहा है। पूरा रिफंड और मुफ्त रीशेड्यूलिंग की पेशकश की जा रही है।
कोहरे का असर पूरे नेटवर्क पर पड़ सकता है- एअर इंडिया
एअर इंडिया के मुताबिक, कोहरे का असर पूरे नेटवर्क पर पड़ सकता है। इंडिगो और स्पाइसजेट ने भी कहा है कि कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में आगमन और प्रस्थान प्रभावित हो सकते हैं। |