अधिकारियों को निर्देश देते हुए दीपक प्रकाश। फोटो जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश ने शनिवार को पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों का निरीक्षण किया। मंत्री ने अधिकारियों एवं कर्मियों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूरा कराने के साथ भवनों के हस्तांतरण के बाद उन्हें शीघ्र क्रियाशील बनाने की ओर ध्यान आकृष्ट किया। साथ निर्माण कार्य में कुछ त्रुटियों को लेकर चेतावनी भी दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
निरीक्षण में मंत्री ने नौबतपुर प्रखंड की ग्राम पंचायत चेसी, दानापुर प्रखंड की ग्राम पंचायत कोथवा तथा मनेर प्रखंड की ग्राम पंचायत माधोपुर में भवन निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे पंचायत सरकार भवनों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान निर्माण की प्रगति, गुणवत्ता एवं मानकों की बारीकी से समीक्षा की।
दीपक प्रकाश ने कहा कि पंचायत सरकार भवनों का निर्माण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह योजना ग्रामीण स्तर पर स्थानीय स्वशासन को मजबूत करने की दिशा में बिहार सरकार का एक अहम कदम है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में इन भवनों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह सुनिश्चित करना अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि निर्माण कार्य मानक प्राक्कलन के अनुरूप हो। निरीक्षण के दौरान चेसी एवं कोथवा पंचायत में यह पाया गया कि भवन स्थल के सामने योजना बोर्ड नहीं लगाया गया है।
इसपर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को अविलंब योजना बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त कुछ भवनों में निर्माण मानकों के अनुरूप कमी पाई गई, जिसे तुरंत दूर करने का आदेश दिया गया।
मंत्री ने स्थानीय ग्रामीणों से भी संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पंचायत सरकार भवनों का निर्माण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाएगा।
बारह वर्षों में केवल छह पंचायत सरकार भवनों का निर्माण
गया जिले के वजीरगंज प्रखंड क्षेत्र की 17 ग्राम पंचायतों में से अब तक केवल छह पंचायतों के सरकार भवन का निर्माण पूरा हो सका है। यह योजना बिहार में 2013 में लागू हुई थी, लेकिन बारह वर्ष बीत जाने के बावजूद भवन निर्माण कार्य अधूरा है।
योजना के प्रारंभिक चरण में बिशनपुर, तरवां और जमुआवां पंचायतों के भवनों का निर्माण किया गया था, जिनमें से बिशनपुर और तरवां में पंचायत स्तरीय कार्यालय एवं ग्राम कचहरी विधिवत संचालित हैं। वहीं, जमुआवां का निर्मित भवन फोर लेन बाईपास सड़क के कारण ध्वस्त हो गया था, और वहां नए भवन का निर्माण कार्य जारी है।
हाल ही में महुवेत, सहिया, घुरियावां और अमैठी का भवन निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन संवेदक और विभागीय लापरवाही के कारण ये भवन पंचायत के अधिकारियों को सुपुर्द नहीं किए जा सके हैं। कारी सोवा पंचायत का भवन मुखिया रेखा देवी की देखरेख में निर्मित कर सभी प्रकार के कार्य चालू कर दिए गए हैं।
पतेड़ मंगरवा, पूरा, बिछा और जमुआवां में लंबे समय से धीमी गति से निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें संवेदकों की सुस्ती के कारण पंचायती राज विभाग लाचार नजर आ रहा है।
करजरा, महुगाईंन, केनार पहाड़पुर, केनार फतेहपुर और कुर्कीहार में निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कई महीने पहले शिलान्यास किया गया था, लेकिन अब तक कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।
संबंधित पंचायतों का कहना है कि सभी आवश्यक कार्रवाई पूर्ण होने के बावजूद राशि आवंटित नहीं की गई है, जिससे कार्य अवरुद्ध है। भवनों के निर्माण कार्य में देरी के कारण पंचायत के लोग छोटे-छोटे कार्यों के लिए प्रखंड मुख्यालय तक दौड़ते रहते हैं।
इस संबंध में बीपीआरओ हरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि प्रखंड के सभी पंचायतों के भवन निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है। छह पंचायतों को छोड़कर अन्य सभी में कार्य चल रहा है, और रुके हुए कार्य को जल्द शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। |