प्रतीकात्मक चित्र
संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई। अगर आपका नाम पंचायत मतदाता सूची में नहीं है, गलती से कट गया है या उसमें कोई संशोधन कराना है तो अब आपके पास सिर्फ तीन दिन का समय बचा है। यही नहीं, जो युवा एक जनवरी 2026 को 18 वर्ष पूरे कर रहे हैं, उनके लिए भी मतदाता बनने का यह जरूरी मौका है। देर की तो पंचायत चुनाव में मतदान का अधिकार छूट सकता है, इसलिए तुरंत बीएलओ से संपर्क करना जरूरी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों के तहत जनपद में पंचायत निर्वाचन नामावली का अनांतिम प्रकाशन 23 दिसंबर को कर दिया गया है और जिला स्तरीय आंकड़ों के अनुसार पुनरीक्षण के बाद मतदाताओं की संख्या में दो प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए यह 13,69,505 तक पहुंच गई है, जबकि पुनरीक्षण से पहले जनपद की 670 ग्राम पंचायतों में कुल 13,42,622 मतदाता दर्ज थे।
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा घर-घर अभियान चलाकर नाम जोड़ने, नाम हटाने और संशोधन की प्रक्रिया पूरी की गई, जिसमें कुल 1,57,986 मतदाताओं के नाम जोड़े गए, 1,31,103 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए और 10,759 मतदाताओं के नामों में संशोधन किया गया, इस प्रकार शुद्ध रूप से 26,883 नए मतदाता जुड़े।
विकासखंडवार स्थिति पर नजर डालें तो बनियाखेड़ा विकासखंड में सबसे अधिक 6.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि असमोली में 5.26 प्रतिशत और बहजोई में 4.48 प्रतिशत की बढ़त रही, वहीं रजपुरा विकासखंड में 1.56 प्रतिशत और जुनावई में 4.53 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जहां बड़ी संख्या में डुप्लीकेट और अन्य कारणों से नाम सूची से हटाए गए।
आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार अनांतिम मतदाता सूची की अधिसूचना जिला मुख्यालय, तहसील और ब्लाक मुख्यालयों पर चस्पा कर दी गई है और अब 23 से 30 दिसंबर के बीच दावे और आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती हैं, लेकिन अब इस अवधि के समाप्त होने में सिर्फ तीन दिन का समय शेष है।
इस दौरान कोई भी मतदाता संबंधित बीएलओ के पास जाकर सूची का निरीक्षण कर सकता है और यदि नाम छूट गया हो, कट गया हो या प्रविष्टि में त्रुटि हो तो अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है। दावे और आपत्तियों के निस्तारण के बाद संशोधित मतदाता सूची तैयार की जाएगी और पंचायत निर्वाचन नामावली का अंतिम प्रकाशन दो फरवरी 2026 को किया जाएगा।
अलग-अलग हैं पंचायत और विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची
वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में दो मतदाता सूची पर काम चल रहा है। पहले एक जो चर्चित भारत निर्वाचन आयोग की ओर से एसआइआर के अंतर्गत मतदाताओं के सत्यापन चल रहा है, यह सूची विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से तैयार की जा रही है। जिसका सबसे अधिक तनाव है लेकिन मतदाताओं के बीच यह भ्रम की स्थिति है कि उनका नाम कौन सी सूची में है और कौन सी सूची में नहीं है।
अगर उन्होंने पंचायत सूची के लिए अपने दस्तावेज दे दिए तो दूसरी की फिक्र नहीं करते और एसआइआर में दस्तावेज दे दिए हैं तो पंचायत वाली सूची की फिक्र नहीं कर रहे हैं। जिन मतदाताओं को जानकारी नहीं है वह दोनों को एक ही समझ रहे हैं।
अब यह सावधानी बरतने की जरूरत है कि ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के लिए होने वाले चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य चल रहा है और इसका भी दावे और आपत्तियों का आखिरी दिन 30 दिसंबर है और उधर भारत निर्वाचन आयोग की ओर से कराई जा रही एसआइआर के भी दावे और आपत्तियां की आखिरी तिथि 30 दिसंबर निश्चित है। इसलिए दोनों के लिए अपने नाम सुनिश्चित कर लें।
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