राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, रांची। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु तीन दिवसीय झारखंड दौरे पर रविवार को रांची पहुंचेंगी। राष्ट्रपति गोवा से सेना के विशेष विमान से शाम लगभग छह बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगी।
यहां राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार तथा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनका स्वागत करेंगे। रांची एयरपोर्ट पर ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। राष्ट्रपति वहां से सीधे लोकभवन जाएंगी, जहां वे रात्रि विश्राम करेंगी।
राष्ट्रपति 29 दिसंबर को 9.45 बजे लोकभवन से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट जाएंगी, जहां से वह जमशेदपुर के लिए उड़ान भरेंगी। राष्ट्रपति जमशेदपुर स्थित सोनारी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से सुबह 10.45 बजे करनडीह स्थित दिशोम जाहेर स्थान पहुंचकर पूजा अर्चना करेंगी तथा यहां पंडित रघुनाथ मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके बाद वह ओल चिकी के शताब्दी समारोह में सम्मिलित होंगी। उसी दिन वह जमशेदपुर के ही एनआईटी में आयोजित 15वें दीक्षा समारोह को संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति दोनों कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद शाम साढ़े चार बजे रांची वापस लौट जाएंगी, जहां लोकभवन में रात्रि विश्राम करेंगी।
अगले दिन 30 दिसंबर को राष्ट्रपति लोकभवन से सुबह लगभग 9.45 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगी, जहां से उनका विमान छत्तीसगढ़ के जसपुर में लैंड करेगा। राष्ट्रपति वहां से सड़क मार्ग से 20-25 किमी की दूरी तय कर झारखंड के गुमला में रायडीह के माझाटोली स्थित पंखराज साहेब कार्तिक उरांव चौक पहुंचेंगी।
यहां वह कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद अंतर्राज्यीय जनसंस्कृति समागम समारोह कार्तिक जतरा में मुख्य अतिथि होंगी।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय जनजातीय मामले के मंत्री जुएल ओराम, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी भाग लेंगे। कार्यक्रम के बाद जसपुर से उड़ान भरकर अपराह्न 2.45 बजे रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगी, जहां से वह दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
राष्ट्रपति के स्वागत के लिए लोकभवन तैयार
राष्ट्रपति के आवासन के लिए लोकभवन में पूरी तैयारी कर ली गई है। राजभवन की चारदिवारी को सोहराय पेंटिंग से सजाया गया है। यहां सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रपति यहां कुछ गणमान्य लोगों से भी मुलाकात कर सकती हैं। हालांकि यहां उनका कोई कार्यक्रम प्रस्तावित नहीं है। राष्ट्रपति भवन की एक टीम पहले ही यहां पहुंच चुकी है। |