श्रवण सिंह से बातचीत करते हुए पीएम मोदी (सोशल मीडिया फोटो)
डिजिटल डेस्क, फिरोजपुर। पंजाब के फिरोजपुर जिले के रहने वाले दस साल के जांबाज श्रवण सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जवानों को पानी, दूध और लस्सी पहुंचाई थी। अभियान के दौरान श्रवण ने बड़ा दिल दिखाते हुए देश के जांबाजों की जमकर सेवा की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्रवण ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके साथ ही श्रवण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत भी की। श्रवण ने पीएम मोदी को बताया कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है और उसने जवानों की सेवा किस उद्देश्य से की थी।
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फिरोजपुर के रहने वाले श्रवण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गांव में जब फौजी आए थे तो मैंने सोचा उनकी सेवा की जाए। इसके लिए मैं उनके लिए पानी, दूध, लस्सी, चाय और बर्फ लेकर जाता था। जितने दिनों तक वे रहे मैंने सेवा की। पीएम मोदी ने जब श्रवण से पूछा कि तुम्हारे अंदर ये विचार कहां से आए तो उसने बताया कि उसे सेवा करने का शौक है और वह बड़ा होकर आर्मी ऑफिसर बनना चाहता है।
26 दिसंबर को किया गया सम्मानित
बता दें कि 9 जनवरी 2022 को, गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की एलान किया था। इस मौके पर 26 दिसंबर कोनई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किए।
इस साल , 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 20 बच्चों को बेहतरीन उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया है। अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि ये पुरस्कार पाने वालों को प्रोत्साहित करेगा,
और देश भर के बच्चों को भी प्रेरित करेंगा। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि पुरस्कार पाने वाले बच्चों ने बहादुरी, कला और संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार और विज्ञान और तकनीकी ज्ञान सहित कई क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया है। |