प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, औरैया। आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए स्कूलों में बच्चों को सुरक्षित करने के लिए टूटी चाहरदीवारी, खुले परिसर वाले विद्यालयों को चिह्नित किया जा रहा है।
शासन से मिले निर्देशों के बाद जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि मान्यता प्राप्त व राजकीय स्कूलों में उन्हें चिह्नित किया जाए, जहां सबसे ज्यादा खतरा बना रहता है। ऐसे स्कूलों की सूची एक सप्ताह में दी जाए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विद्यालय स्तर पर नोडल अधिकारी बनाने के निर्देशों पर कार्य शुरू हो गया है। अजीतमल विकास खंड के अंतर्गत 185 विद्यालयों में नोडल अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं। इसी प्रकार औरैया सदर नगर व ग्रामीण क्षेत्र, भाग्यनगर, बिधूना, अछल्दा, सहार, ऐरवाकटरा आदि क्षेत्रों के स्कूलों को लेकर कार्य शुरू करा दिया गया है।
कुल 1265 परिषदीय स्कूल हैं। इसमें कंपोजिट व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 453 है। शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को हटाकर अध्यापकों की संख्या 1265 है। समस्त मान्यता प्राप्त व सरकारी स्कूलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि आवारा कुत्तों से होने वाली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के इंतजाम किए जाए।
किसी भी सूरत में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजीव कुमार ने इस संबंध में निर्देश जारी करते हुए समस्त खंड शिक्षाधिकारियों को सजग किया।
स्कूलों का निरीक्षण करते हुए बिना बाउंड्रीवॉल असुरक्षित विद्यालयों को चिह्नित करते हुए ब्लॉकवार सूची मुख्यालय कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया। एक सप्ताह के अंदर कार्यों को पूरा किया जाना है। दूसरी ओर सड़क सुरक्षा के तहत भी शिक्षकों को प्रशिक्षण मुहैया कराने का निर्देश जारी किया गया है। संजीव कुमार ने बताया कि नोडल अधिकारियों की सूची प्रशासन के साथ ही मंडलीय कार्यालय भेजी जाएगी।
नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि स्कूल में कोई भी कुत्ता या अन्य मवेशी ने घुस पाए। यदि ऐसा पाया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। |
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