प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण टीम, गोंडा। ठंड ने इस बार रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिसंबर में साेमवार सबसे ठंडा रहा। लगातार तीसरे दिन भी सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। अधिकतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पाला पड़ने से दलहनी व आलू की फसल को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। जरूरतमंदों को ठंड से राहत दिलाने के लिए चारों तहसीलों में एक-एक हजार कंबल भेजे गए हैं।
सोमवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। रुक-रुककर फुहारें पड़ने से अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक ठंड महसूस की गई। कक्षा एक से इंटरमीडियट तक के स्कूलों में एक जनवरी तक अवकाश होने से बच्चों को थोड़ी राहत मिली।
लोग घरों के बाहर अलाव तापते नजर आए। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि दिसंबर में सोमवार सबसे ठंडा रहा। पाला पड़ने से दलहनी व आलू की फसल को नुकसान होने की आशंका है। किसान फसलों की हल्की सिचाई करें।
एडीएम आलोक कुमार ने बताया कि शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए 14 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने सभी विभागों के नोडल अधिकारियों से अपेक्षा की है कि शीतलहर व ठंड से से राहत संबंधी कार्यों में आपसी समन्वय बनाए रखते हुए शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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जरूरतमंदों को बांटे गए कंबल
चचरी माझा के आसपास के ग्राम सभा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ग्राम प्रतापपुर, भटपुरवा, घरकुइयां, गुमदाहा, पालपुर, देवली में लायंस क्लब गोंडा के तरफ से एसडीएम नेहा मिश्रा ने कंबल वितरित किया। कार्यक्रम संयोजक व क्लब के निदेशक लायन दिलीप सिंह ने कहा कि शीघ्र ही स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। |