पशुपालन विभाग की योजना काफी उपयोगी। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। दूध उत्पादन बढ़ाने व किसानों-पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए सरकार बहुत ही रियायती दर पर सीमेन (semen) उपलब्ध करा रही है।
इस योजना के तहत किसान-पशुपालक केवल सौ रुपये में उच्च गुणवत्ता वाला सीमेन प्राप्त कर सकते हैं। इससे न केवल 95 प्रतिशत तक बाछी (मादा बच्चा) पैदा होने की संभावना रहती है, बल्कि इस तकनीक से पैदा बाछी आगे चलकर अच्छी दूध देने वाली गाय या भैंस बनती हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे कमजोर नस्ल व अनुपयोगी नर बछड़ों की संख्या कम होती है। जिला पशुपालन पदाधिकारी डाॅ. अरुण कुमार ने बताया कि यदि किसी पशु को दो बार सीमेन से गर्भधारण नहीं होता है तो पशुपालक द्वारा जमा किए सौ रुपये की राशि वापस कर दी जाती है।
दूध उत्पादन में भी होगी काफी वृद्धि
डाॅ. अरुण कुमार ने बताया कि सीमेन तकनीक से गर्भाधान कराने पर भविष्य में दूध उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। जिले के विभिन्न प्रखंडों में पशुपालन विभाग द्वारा नजदीकी पशु चिकित्सालय या कृत्रिम गर्भाधान केंद्रों के माध्यम से यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
जिले में 55 पशु चिकित्सालय संचालित किए जा रहे हैं। पटना सिटी, बांकीपुर व दानापुर में 24 घंटे पशु चिकित्सालय खुले रहते हैं। बड़ी संख्या में किसान कम लागत में बेहतर परिणाम मिलने से इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।
आज जब जोताई या बैलगाड़ी में बैलों का प्रयोग करीब-करीब बंद हो गया है तो अधिसंख्य किसान दूध देने वाले जानवरों को ही पालते हैं। सीमेन इसमें उनकी मदद करता है।
इससे होने वाले फायदे
- लगभग 95 प्रतिशत तक बाछी पैदा होने की संभावना।
- भविष्य में अधिक दूध देने वाली गायों की संख्या बढ़ेगी।
- दूध उत्पादन बढ़ने से किसानों-पशुपालकों की आमदनी बढ़ेगी।
- अनुपयोगी नर बछड़ों के पालन-पोषण या उनकी वजह से होने वाली समस्या से राहत मिलेगी।
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