जागरण संवाददाता, उन्नाव। जनपद में दो एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं। दोनों की ही कार्य पूरा होने की समयावधि निकल चुकी है। बावजूद इन सड़कों पर सफर कर पाने के अवसर से जनपदवासी अभी वंचित हैं। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे जनपदवासियों को जहां लखनऊ पहुंचाने में महज 35 मिनट लेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं कानपुर वासियों के लिए यह सफर 45 मिनट होगा। जनपद में इसके निर्माण को पूरा हो जाने का दावा भले ही निर्माण एजेंसी कर रही हो लेकिन अभी लखनऊ के स्कूटर इंडिया चौराहे पर एलीवेटेड हिस्से में काम बाकी है। इसी प्रकार गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण भले ही 90 प्रतिशत पूरा कर लिए जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन इसे तय समयावधि दिसंबर 2025 में पूरा कर पाना संभव नही हैं। कुछ चरणों में देरी के कारण अब 2026 में ही गंगा एक्सप्रेसवे के शुरुआत तक इसके पूरा होने की उम्मीद है।
जुलाई 2025 में पूरा होना था कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस वे
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे में पीडी एनएचएआई लखनऊ यूनिट नकुल वर्मा ने बताया कि अभी लखनऊ में स्कूटर इंडिया चौराहे के पास थोड़ा काम शेष है। जिसके पूरा होते ही एक्सप्रेसवे खोल दिया जाएगा। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण की शुरुआत पांच जनवरी 2022 को हुई थी। एक्सप्रेस वे के निर्माण को लगभग चार साल होने वाले हैं। छह लेन में बनाया जा रहा यह एक्सप्रेसवे लखनऊ के शहीद पथ के पास से शुरू होकर बनी, कांथा, अमरसास को जोड़ते हुए कानपुर-लखनऊ नेशनल हाइवे के आजाद मार्ग पर गंगाघाट क्षेत्र में गांव कडेर पतारी पर समाप्त हो रहा है।
उद्योग पथ से जोड़ा जाएगा
वहीं इसे कानपुर के उद्योग पथ से भी जोड़ा जाएगा। उन्नाव में गंगा एक्सप्रेसवे व लखनऊ की बाहरी रिंग रोड को भी इसके साथ जोड़ा जाएगा। इसका निर्माण इसी वर्ष जुलाई तक पूरा किया जाना था। लखनऊ-कानपुर के बीच 63 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे में बनी से लेकर कानपुर तक 45 किलोमीटर का ग्रीन फील्ड क्षेत्र विकसित किया जा रहा है।
दिसंबर 2025 में बनकर तैयार होना था गंगा एक्सप्रेस वे
गंगा एक्सप्रेस वे की मेरठ से प्रयागराज के बीच कुल लंबाई 594 किमी की है। एक्सप्रेस वे जनपद में सबसे लंबा 104.8 किमी का है। जिले से ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे और कानपुर-लखनऊ राजमार्ग भी निकला है। वहीं, एलीवेटेड कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे अलग रूट से निकल रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे तीनों को क्रास कर रहा है। हरदोई और उन्नाव की सीमा के बीच में आगरा एक्सप्रेस-वे पर जंक्शन का काम लगभग 90 प्रतिशत रा हो चुका है।
यहां बना जंक्शन
कानपुर-लखनऊ हाईवे पर सोनिक के पास जंक्शन बनकर तैयार हो चुका है। वहीं अभी कुछ स्थानों पर सड़क का काम शेष है। यीफ इंजीनियर आरके चौधरी ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे की वर्तमान निर्माण प्रगति 90 प्रतिशत है। 2026 जनवरी लास्ट या फरवरी पहले सप्ताह में संचालित होने की संभावना है। कुछ अतिरिक्त कार्य बाद में अनुमोदित हुए हैं। इस कारण अतिरिक्त समय लगा है।
बांगरमऊ क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेस वे का कार्य अभी चल ही रहा है। शादीपुर गांव के पास आगरा लखनऊ और गंगा एक्सप्रेस वे एक दूसरे को क्रास कर रहे हैं इंटरचेंज का निर्माण भी अभी चल रहा है। ऐसे में मार्ग पर जल्द सफर कर पाना मुश्किल है।
डिंकू सिंह, निवासी गौरिया कला, बेहटा मुजावर
कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे को जुलाई में ही शुरू करना था। लेकिन कार्य की प्रगति धीमी होने से अभी तक संचालन शुरू नहीं हो सका है। जबकि उक्त मार्ग से कोई कट ना देने से क्षेत्र की जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मनोज त्रिपाठी- पुरवा क्षेत्र के गांव रायपुर निवासी |