राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, रांची । राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान ही रांची के तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को दिनभर ठंड का असर महसूस किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान में बताया गया कि राज्य में अगले दो दिनों के दौरान यानी 11 और 12 दिसंबर को न्यूनतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन दिनों तक यानी 13, 14 और 15 दिसंबर को न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
11 से 15 दिसंबर तक राजधानी समेत पूरे राज्य में सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान मुख्यत: साफ रहेगा।जिससे कुछ हद तक ठंड से राहत मिल सकती है। वहीं, पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो पूरे राज्य में मौसम शुष्क बना रहा। राज्य के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र यानी पलामू, गढ़वा, चतरा और लातेहार के साथ साथ निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी में शीतलहर की स्थिति बनी रही। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस डालटनगंज का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस गुमला का रिकार्ड किया गया।
वहीं, राजधानी रांची में अधिकतम 24.6 डिग्री जबकि न्यूनतम 8.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है, जिससे उत्तर और उत्तर-पश्चिमी जिलों में ठिठुरन और तेज हो गई है। राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में भी कनकनी बढ़ने लगी है।
अहले सुबह और देर रात ठंड का असर बढ़ने लगा है और लगातार गिर रहे तापमान ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी हैं। बताया गया कि राज्य में ठंड में उतार चढ़ाव का दौर अगले एक सप्ताह तक चलता रहेगा। बता दें कि बुधवार को कांके का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
कांके में शीतलहर का तीखा असर, 4.4 डिग्री पर सिमटा न्यूनतम तापमान
कांके क्षेत्र में शीतलहर ने दस्तक दे दी है। बीते 24 घंटे के दौरान मौसम का मिजाज पूरी तरह सर्द बना रहा। बुधवार 10 दिसंबर को क्षेत्र का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 4.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। तापमान में आई इस गिरावट के कारण सुबह और रात में कड़ाके की ठंड महसूस की गई। मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में वर्षा शून्य दर्ज की गई, जिससे वातावरण में शुष्कता बनी हुई है।
वहीं, 4.2 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली सर्द हवाओं ने ठिठुरन को और तीव्र कर दिया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि न्यूनतम तापमान में आई गिरावट शीतलहर के प्रभाव को दर्शाती है। मौसम विभाग के विज्ञानी रमेश कुमार के अनुसार आने वाले दिनों में सुबह और शाम के समय ठंड और बढ़ सकती है। अचानक बढ़ी ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोग अलाव, ऊनी वस्त्रों तथा गरम पेय का सहारा लेते नजर आ रहे हैं।
ठंड के दिनों में बच्चे, बुजुर्ग और बीपी शुगर के मरीज रखें सेहत का ध्यान :
रिम्स के चिकित्सक डा. विकास कुमार कहते हैं कि ठंड का मौसम जितना आरामदायक लगता है, उतना ही यह शरीर के लिए चुनौती भी बन जाता है। ठंड का सीधा असर रक्तचाप, ब्लड शुगर, दिल, फेफड़ों और प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है इसलिए इस मौसम में बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को थोड़ा अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
ठंड का शरीर पर असर कैसे पड़ता है
- ठंड में रक्त वाहिनियां सिकुड़ती हैं, जिससे बीपी बढ़ने लगता है
- शरीर को तापमान बनाए रखने के लिए अधिक ऊर्जा चाहिए, जिससे शुगर फ्लक्चुएशन हो सकता है
- प्रतिरोधक क्षमता घटती है, सर्दी, खांसी, न्यूमोनिया का खतरा बढ़ जाता है
- पानी कम पीने से खून गाढ़ा होता है, स्ट्रोक हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ता है।
बच्चों के लिए बरतें विशेष सावधानियां :
- परतों में कपड़े पहनाएं ताकि बच्चा गर्म रहे और आसानी से कपड़े हटाए भी जा सकें
- गुनगुना पानी पिलाएं, बच्चे ठंड में पानी कम पीते हैं, डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है
- बंद कमरे में हीटर का उपयोग संतुलित करें, हवा में नमी बनाए रखें
- बार-बार हाथ धुलवाएं, वायरल संक्रमण तेजी से फैलता है
- यदि बच्चा बार-बार खांस रहा है, तेजी से सांस ले रहा है या सुस्ती है, तुरंत डाक्टर को दिखाएं।
बुजुर्गों के लिए सावधानियां :
- सुबह-सुबह ठंड में बाहर निकलने से बचें
- बहुत ठंडे कमरे में न बैठें, हल्का गर्म वातावरण रखें
- बीपी और शुगर की मानिटरिंग नियमित करें
- दिन में 10 से 15 मिनट की हल्की धूप अवश्य लें
- हल्के वजन के गर्म कंबल या थर्मल कपड़ों को प्राथमिकता दें।
बीपी के मरीज क्या करें :
- दवा एक भी दिन न छोड़ें
- नमक का सेवन नियंत्रित रखें
- सुबह उठते ही तेज ठंड में बाहर न जाएं, बीपी अचानक बढ़ सकता है
- तनाव कम रखें, नींद पूरी लें
- घर में बीपी मशीन हो तो सप्ताह में 3 से 4 बार बीपी नोट करें।
शुगर के मरीज क्या करें :
- ठंड में भूख बढ़ती है इसलिए खानपान पर विशेष नियंत्रण रखें
- नियमित चलना-फिरना बंद न करें, हल्की धूप में वाक सबसे अच्छा है
- मीठा, तले खाद्य पदार्थ और भारी खाने से बचें
- शुगर मानिटरिंग बढ़ाएं, सुबह-शाम चेक करना बेहतर है
- हाथ-पैर गर्म रखें, क्योंकि डायबिटिक मरीजों में ब्लड फ्लो कम होने का खतरा रहता है।
सर्दियों में सभी के लिए ये हैं आवश्यक बातें :
- दिन में कम से कम 2 से ढाई लीटर पानी पिएं
- सूप, काढ़ा, हल्दी-दूध, गर्म पानी इम्युनिटी बढ़ाते हैं
- घर को बहुत अधिक बंद न रखें, थोड़ी हवा का प्रवाह बनाए रखें
- रात में सोते समय सिर, कान और पैरों को अच्छी तरह ढककर रखें। |