एयरपोर्ट निदेशक ने सुरक्षित संचालन के लिए एयरपोर्ट की प्रतिबद्धता जताई।
जागरण संवाददाता, जम्मू। सर्दियों के दिनों में आसामान में कोहरे के बीच पूर्ण परिचालन तैयारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शनिवार सुबह दसे बजे जम्मू एयरपोर्ट पर तैयारियोें को लेकर फुल स्केल ड्राई रन का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य कम दृश्यता की परिस्थितियों में एयरपोर्ट से जुड़े सभी हितधारकों की तैयारी, आपसी समन्वय और प्रतिक्रिया प्रणाली का परीक्षण करना था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ड्राई रन के दौरान वास्तविक समय की स्थिति का सतत अनुसरण किया गया, जिसमें खराब दृश्यता के कारण सुबह सवा दस बजे उड़ान को दो घंटे की देरी से संचालित होना दर्शाया गया। इस दौरान सभी संबंधित एजेंसियों ने तुरंत अपने अपने फाग मैनेजमेंट प्रोटोकाल सक्रिय किए और आपसी तालमेल तथा समयबद्ध सूचना साझा करने का प्रभावी प्रदर्शन किया।
अभ्यास के दौरान एयरसाइड कंट्रोल द्वारा फाग प्रिपेयर्डनेस मैनुअल के अनुरूप एयरफील्ड लाइटिंग सिस्टम और एप्रन मार्किंग की कार्यशीलता की जांच की गई। वहीं टर्मिनल आपरेशंस टीम ने भीड़ प्रबंधन के उपाय लागू किए, अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की, पीए सिस्टम और सीसीटीवी कवरेज की पुष्टि की तथा यात्रियों के लिए उचित बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल और मौसम विभाग के साथ निरंतर रखा गया समन्वय
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी, मौसम विभाग (मेट आफिस) और एयरलाइनों के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखा गया, ताकि रियल-टाइम सूचना का प्रवाह सुनिश्चित हो सके। यात्रियों और एयरलाइनों को संभावित देरी के बारे में लगातार जानकारी दी जाती रही।वहीं यात्री चार्टर के दिशा-निर्देशों के अनुसार, देरी दो घंटे से अधिक होने पर संबंधित एयरलाइन द्वारा यात्रियों को जलपान और पानी उपलब्ध कराया गया।
एक वरिष्ठ एयरलाइन प्रतिनिधि टर्मिनल में मौजूद रहे और यात्रियों को स्थिति से अवगत कराते रहे। इसके अलावा हर तीस मिनट के अंतराल पर नियमित घोषणाएं की गईं। दिव्यांग यात्रियों, वरिष्ठ नागरिकों, बुजुर्गों और चिकित्सकीय आवश्यकता वाले यात्रियों को विशेष सहायता प्रदान की गई।
टर्मिनल आपरेशंस टीम ने भीड़ प्रबंधन के उपाय लागू किए
इस पूरे अभियान के दौरान सीआईएसएफ ने सुरक्षा जांच बिंदुओं पर अतिरिक्त बल की तैनाती कर सुचारु यात्री आवागमन सुनिश्चित किया तथा क्विक रिस्पांस टीमों को पूरी तरह सतर्क रखा। वहीं ट्रैफिक पुलिस ने शहर की ओर यातायात को नियंत्रित किया, जिससे किसी भी प्रकार की भीड़ या जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।
फायर सर्विसेज ने भी क्रैश फायर टेंडर और एंबुलेंस को निर्धारित स्थानों पर तैनात किया, जबकि तकनीकी टीमों ने आपातकालीन वाहनों, फाग लाइट्स और संचार उपकरणों की तत्परता की पुष्टि करते हुए लॉग मेंटेनेंस सुनिश्चित किया।यात्री केंद्रित उपायों के तहत प्रभावित यात्रियों को निःशुल्क भोजन एवं जलपान उपलब्ध कराया गया।
यात्रियों और एयरलाइनों को संभावित देरी के बारे में जानकारी दी गई
फ्लाइट में देरी से संबंधित जानकारी फ्लाइट इंफार्मेशन डिस्प्ले सिस्टम, पीए अनाउंसमेंट, एसएमएस अलर्ट और एयरलाइन काउंटरों के माध्यम से समय पर साझा की गई। वरिष्ठ नागरिकों, शिशुओं, गर्भवती महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों का विशेष ध्यान रखा गया।
इस अवसर पर जम्मू एयरपोर्ट के एयरपोर्ट निदेशक देवेंद्र यादव ने कहा कि यह ड्राई रन फाग सीजन के दौरान सुरक्षित, कुशल और यात्री-अनुकूल संचालन सुनिश्चित करने की एयरपोर्ट की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि एएआई टीमें, एप्रन कंट्रोल, एयरलाइंस, सीआईएसएफ, फायर सर्विसेज और एमआई रूम स्टाफ सहित सभी हितधारकों ने उत्कृष्ट समन्वय और तैयारियों का प्रदर्शन किया।
उन्होंने यह भी कहा कि इस अभ्यास से फाग मैनेजमेंट से जुड़े एसओपी की प्रभावशीलता की पुष्टि हुई और विभिन्न एजेंसियों के बीच आपसी समन्वय और मजबूत हुआ।ड्राई रन का समापन सफलतापूर्वक हुआ। |