भारत मंडपम में आयोजित दो दिवसीय सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव के उद्घाटन अवसर को संबोधित करते दिल्ली के संस्कृति, कला व पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के कला, संस्कृति व पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि जय श्रीराम की गूंज ही शंखनाद बने, यही सनातन राष्ट्र का उद्घोष है। रामराज्य केवल सुरक्षा से नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, परस्पर उत्तरदायित्व और सहधर्म की भावना से साकार होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राम मंदिर आंदोलन, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग समेत अन्य का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा भविष्य दृष्टि वाली है। वह सेव कल्चर-सेव भारत फाउंडेशन व सनातन संस्था द्वारा भारत मंडपम में आयोजित सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
लाल किले पर हुए कार्यक्रमों का किया उल्लेख
दो दिवसीय इस महोत्सव में देश की सभ्यतागत विरासत, सनातन चेतना, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और समकालीन राष्ट्रीय विमर्श को सशक्त मंच प्रदान कर रहा है। उन्होंने बम विस्फोट के बाद लाल किले में हुए विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों का उल्लेख करते हुए कहा कि भय भारतीय समाज के डीएनए में नहीं है।दिल्ली के इतिहास में मराठों, सिखों और जाटों का योगदान महत्वपूर्ण है।
कपिल मिश्रा ने आगे कहा कि पहले की सरकारों में जब राष्ट्र के वास्तविक समस्याओं पर चर्चा की आवश्यकता होती थी, तब स्वयं सरकार ही उसका विरोध करती थी और सवाल उठता था कि ऐसे विषयों पर चर्चा कहां की जाए, लेकिन आज हो रहे इस महोत्सव को केंद्र और राज्य दोनों सरकारों का समर्थन प्राप्त है।
इस अवसर पर राष्ट्र गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सभी ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम का गायन कर राष्ट्रभावना को जागृत किया। उद्घाटन समारोह में श्री सोरटी सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दिव्यांश का दर्शन कराया गया तथा संतों ने हस्ते पूजन कर उसका माहात्म्य बताया गया।
इस अवसर पर रामराज व सनातन सभ्यता आधारित पुस्तकों को विमोचन भी हुआ। कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज के काल से जुड़ी शस्त्र परंपरा की प्रदर्शनी भी आकर्षण के केंद्र में है, जो देश की युद्धकला और वीरता का जीवंत प्रमाण है।
‘विकृति सामग्री मुक्त’ देश बनाएं- उदय माहूरकर
पूर्व सूचना आयुक्त व सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ के अध्यक्ष उदय माहूकर ने कहा कि आज ओटीटी और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अश्लीलता का प्रसार हो रहा है। जैसे हिंदवी स्वराज्य की स्थापना हुई, वैसे ही हिंदू राष्ट्र के निर्माण के लिए देश की शिक्षा प्रणाली में अनुशासन और कठोरता आवश्यक है।
हर भारतीय को ‘विकृति सामग्री मुक्त भारत’ का संकल्प लेना चाहिए। सनातन संस्था के प्रवक्ता अभय वर्तक ने कहा कि आज देश का कोई भी जिला या राज्य ऐसा नहीं है जहां आतंकवादियों के ‘स्लीपर सेल’ न हों। उससे जनता को लड़ना होगा। तभी आतंकवादियों को पूरी तरह रोकना संभव होगा।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी शांति गिरी महाराज, सद्गुरु डा. चारुदत्त पिंगले, शक्ति स्वरूपा अंजली गाडगील सहित अनेक संतों और विचारकों की उपस्थिति रही। |