नये जिलाध्यक्ष प्रभात रंजन सिंह का सम्मान किया गया। जागरण
संवाद सहयोगी, बगहा(पश्चिम चंपारण)। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर रविवार को बगहा दो स्थित आईबी परिसर से ‘जदयू सदस्यता अभियान 2025–28’ का औपचारिक शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर पार्टी के पुराने सदस्यों का सदस्यता नवीनीकरण किया गया। वहीं बड़ी संख्या में नए लोगों ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।कार्यक्रम की शुरुआत नवनियुक्त कार्यकारी जिलाध्यक्ष प्रभात रंजन सिंह के सम्मान समारोह से हुई।
पूर्व विधायक वाल्मीकिनगर धीरेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें माला व गमछा पहनाकर स्वागत किया। वहीं नए जिलाध्यक्ष प्रभात रंजन सिंह ने भी पूर्व सांसद कैलाश बैठा व धीरेन्द्र प्रताप सिंह समेत अन्य गणमान्य नेताओं का सम्मान कर आभार प्रकट किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष प्रभात रंजन सिंह ने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसका पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सदस्यता अभियान की शुरुआत हो चुकी है और यह अभियान मार्च माह तक लगातार चलेगा। इस दौरान अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा जाएगा।
पूर्व सांसद कैलाश बैठा ने नए जिलाध्यक्ष को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में संगठन और अधिक मजबूत होगा। वहीं पूर्व विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि नए अध्यक्ष के बनने से कार्यकर्ताओं में नया उत्साह और ऊर्जा देखने को मिल रही है।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ जदयू नेता दयाशंकर सिंह ने किया। इस अवसर पर पार्टी ने पूरे बिहार में एक करोड़ से अधिक प्राथमिक सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है।
नेताओं ने विश्वास जताया कि जनता दल युनाइटेड के ऊर्जावान कार्यकर्ता सदस्यता अभियान में सक्रिय भागीदारी कर वाल्मीकिनगर समेत पूरे प्रदेश में न्याय के साथ विकास और सुशासन को और अधिक सशक्त बनाएंगे।
प्रियंका सिंह, जिला संगठन प्रभारी भरत पटेल, विधानसभा प्रभारी अनिल कुमार, ढाका विधानसभा प्रभारी दयाशंकर सिंह, पशुपति गुप्ता,विधानसभा प्रभारी राजेश बैठा, मुन्ना सिंह, जुगनू आलम, उमा पटेल, अशोक पटेल, मुन्ना गुप्ता, चंदेश्वर साहनी, रंजन यादव, मोहम्मद राशिद, मो. निजामुद्दीन, निवेदिता मिश्रा, अन्नू सोनी, शशि शेखर, रविन्द्र पटेल एवं सिंगल दीप गद्दी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता थे। |