लूथरा ब्रदर्स ने भागने के लिए थाईलैंड की क्यों चुना। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गोवा के बिर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में हुई अग्निकांड मामले में जांच जारी है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, इस मामले में नई कड़ियां जुड़ती जा रही हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि इस नाइट क्लब में सुरक्षा मानदंडों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं, गोवा के अरपोरा में स्थित नाइट क्लब \“बर्च बाय रोमियो लेन\“ चलाने वाले गौरव लूथरा, सौरभ लूथरा और अजय गुप्ता पर घातक आगजनी के सिलसिले में गैर इरादतन हत्या और लापरवाही का मामला दर्ज होने के बाद वे मुश्किल में फंस गए हैं।
लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड के फुकेट से हिरासत में लिया गया है। वहीं, उनको वापस लाने का प्रयास जारी है। इधर, अजय गुप्ता को दिल्ली के एक अस्पताल से हिरासत में लिया गया है।
हादसे पर कैसी थी लूथरा ब्रदर्स की प्रतिक्रिया?
अभी तक की जांच में पाया गया है कि जिस दौरान गोवा के नाइट क्लब में आग लगी, लूथरा ब्रदर्स दिल्ली में किसी शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। जैसे ही उन्हें जानकारी मिली कि नाइट क्लब में आग लगी है, उन्होंने दिल्ली के मॉडल टाउन स्थित अपने दफ्तर में फोन किया और कर्मचारियों को थाईलैंड के लिए टिकट बुक करने को कहा।
वहीं, उन्होंने अपने सहायक भरत कोहली को भी दफ्तर आकर कुछ दस्तावेज लाने और उन्हें मुखर्जी नगर स्थित उनके घर पहुंचाने के लिए कहा। इसके बाद शादी के कार्यक्रम स्थल से तीनों बंधुओं ने सीधे अपने घर का रुख किया।
इसके कुछ घंटे बाद ही लूथरा ब्रदर्स इंडिगो की उड़ान से थाईलैंड के लिए फुकेट के लिए रवाना हो गए। जांच कर रहे अधिकारी अब मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, अधिकारियों का मानना है कि जैसे ही लूथरा ब्रदर्स का निर्वासन होता है, अधिक जानकारी मिल सकेगी। अधिकारी ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि लूथरा ब्रदर्स ने थाईलैंड को क्यों चुना, वह किसी और देश के लिए क्यों नहीं निकले? जांच में पाया गया कि लूथरा भाइयों में से एक के पास ब्रिटेन का दीर्घकालिक वीजा भी था।
नाइट क्लब में आग लगने के बाद अजय गुप्ता भी हुआ फरार
जहां एक ओर लूथरा ब्रदर्स दिल्ली से थाईलैंड के लिए रवाना हो गए, तो दूसरी ओर उनके कारोबारी साझेदार अजय गुप्ता दिल्ली के लिए विमान में सवार हो गए। अजय गुप्ता ने पहले दावा किया था कि वह इस व्यापार में केवल मौन साझेदार हैं, लेकिन जांच में पाया गया कि वह सक्रिय सह-मालिक थे।
आग लगने के समय गुप्ता गोवा में थे। क्लब मैनेजर प्रियांशु के फोन ने उन्हें जगाया। आग की सूचना मिलते ही गुप्ता ने डाबोलिम से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट पकड़ी। दिल्ली लौटने पर वे अपने गुरुग्राम स्थित घर गए और फिर अपने ड्राइवर के साथ टोयोटा इनोवा में निकल गए। अजय गुप्ता ने अपना फोन बंद कर रखा था, लेकिन पुलिस ने उनके कार चालक के फोन को ट्रैक कर अजय गुप्ता को दिल्ली के लाजपत नगर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रेन एंड स्पाइन से हिरासत में लिया। |