दुबई-अबू धाबी में आफत की बारिश ऑफिस बंद और उड़ानों पर असर (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रेगिस्तानी देश माने जाने वाले संयुक्त अरब अमिरात (UAE) में 18 और 19 दिसंबर की रात अचानक हुई भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। दुबई और अबू धाबी समेत कई इलाकों मं सड़कों पर पानी भर गया, यात्रा प्रभावित हुई और प्रशासन को एहतियात कमद उठाने पड़े। इस घटना ने खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते जलवायु जोखिमों पर फिर से ध्यान खींचा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
देर रात दुबई में तेज बारिश हुई जो रात भर अबू धाबी तक फैल गई। सुबह तक कई सड़कें पानी में डूबी नजर आईं। अधिकारियों के मुताबिक, निचले इलाकों में हालात ज्यादा खराब रहे उत्तरी घाटियों में तेज बहाव से बाहन चालकों के लिए खतरा पैदा हो गया।
24 घंटे का आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू
हालात को संभालने के लिए दुबई नगर निगम ने 24 घंटे का आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू किया। विशेष टीमें और उपकरण तैनात किए गए ताकि जलभराव और अन्य समस्याओं से निपटा जा सके। इसके साथ ही दुबई में सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने के निर्देश दिए और निजी कंपनियों से भी यही करने की अपील की।
Rain ️ in Dubai as low pressure system moves in. @Storm_centre
pic.twitter.com/seSAXW0vRt — حسن سجواني Hassan Sajwani (@Sajwani) December 18, 2025
वहीं अबू धाबी प्रशासन ने लोगों को दोपहर तक घरों में रहने की सलाह दी और एहतियात के तौर पर समुद्र तट, पार्क और पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए। भारी बारिश का असर परिवहन सेवाओं पर भी पड़ा। दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों में रुकावट आई। इंडिगो एयरलाइंस ने भी चेतावनी दी कि पूरे UAE में आंधी-तूफान के कारण उड़ानों में देरी हो सकती है।
शहरों में टैक्सी और राइड-हेल सावओं से यात्रा करने वाले लोगों को भी देरी का सामना करना पड़ा। बीमा कंपनियों ने वाहन मालिकों को बाढ़ से होने वाले नुकसान को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी। यह घटना अप्रैल 2024 की रिकॉर्ड तोड़ बारिश की याद दिलाती है, जब अल ऐन में 254 मिमी तक बारिश हुई थी। उस समय हवाई अड्डे, हाईवे और मेट्रो सेवाएं तक बंद करनी पड़ी थीं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की असामान्य बारिश की वजह जलवायु परिवर्तन से जुड़े कारण हैं। गर्म होते महासागर, जेट स्ट्रीम में बदलाव और अचानक तेज बारिश जैसी घटनाएं रेगिस्तान के हिसाब से बने बुनियादी ढांचे पर भारी पड़ रही है।
क्यों बदल रहा मौसम?
इसका असर सिर्फ UAE तक सीमित नहीं रहा। कतर की राजधानी दोहा में भी भारी बारिश और बिजली गिरने के कारण फीफा अरब कप का एक क्लालिफायर मैच बीच में रोकना पड़ा था।
इन हालात को देखते हुए UAE सरकारें जलवायु-सहनीय ढांचे पर निवेश तेज कर रही हैं। बेहतर ड्रेनेज सिस्टम, जल संरक्षण बेसिन और शहरी डिजाइन में सुधार पर काम हो रहा है। अबू धाबी ने इस साल 2025–2050 की अपनी पहली जलवायु अनुकूलन योजना शुरू की है, जिसमें जल सुरक्षा, मिट्टी संरक्षण और जैव विविधता पर जोर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से मौसम अलर्ट पर नजर रखने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है।
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