जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। बंदरों के उत्पात और अधिकारियों की लापरवाही के कारण शनिवार को एक और जान चली गई। डेढ़ वर्षीय अंश को गोद में लेकर छत पर बिस्किट खिला रही अंशिका पर बंदर ने झपट्टा मार दिया। बंदर उनके हाथ से बिस्किट का पैकेट छीनकर भाग गया, मगर भागने के प्रयास में अंशिका अंश समेत सीढ़ियों से फिसलकर नीचे जा गिरीं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सिर में गहरी चोट लगने से अंश की मौत हो गई, जबकि अंशिका का उपचार चल रहा है। गांव खाईखेड़ा के कृषक पवन यादव का डेढ़ वर्षीय बेटा अंश सुबह को घर के आंगन में खेल रहा था। उसी समय पवन के बड़े भाई रविंद्र की साली अंशिका उसे खिलाने पहुंच गई।
स्वजन के अनुसार, वह अंश को गोद में उठाकर छत पर ले गई। उसके हाथ में पैकेट था, जिसमें बिस्किट निकालकर अंश को खिला रही थी। उसी दौरान एक बंदर अंशिका के हाथ से बिस्किट का पैकेट लेने को झपटा। उसे देखकर अंशिका चीखते हुए सीढ़ियों की ओर भागीं।
इस बीच बंदर बिस्किट का पैकेट छीनकर दूसरी ओर छलांग लगा गया, जबकि हड़बड़ी में अंशिका का पैर फिसल गया। वह अंश को गोद में लिए हुए सीढ़ियों से फिसलते हुए नीचे जा गिरीं। दोनों के शरीर से खून बहता देखकर स्वजन तुरंत जलालाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां कुछ देर उपचार के बाद अंश की मृत्यु हो गई। तहसीलदार अनुराग दुबे ने बताया कि बंदरों को पकड़वाने के लिए नगर पालिका व ब्लाक स्तर से समय-समय पर अभियान चलाए जाते हैं।
खाईखेड़ा में बंदर के हमले के कारण बालक की मौत की जानकारी नहीं मिली है। रविवार को वहां टीम भेजकर ग्रामीणों से समस्या की जानकारी करेंगे। खंड विकास अधिकारी एवं ग्राम सचिव को बंदर पकड़वाने के लिए पत्र लिखा जाएगा। |