साएम रेखा गुप्ता ने कश्मीरी गेट रैन बसेरे का किया औचक निरीक्षण। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिल्ली के रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करेंगी, बेघर लोगों की समस्याएं जानेंगी और सरकार की ओर से बेघरों को उपलब्ध कराई जा रहीं सुविधाओं के बारे में जानकारी लेंगी।
इसी कड़ी में शुक्रवार देर रात सीएम रेखा गुप्ता ने कश्मीरी गेट रैन बसेरा का औचक निरीक्षण किया और वहां रह रहे लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएं जानीं। डूसिब ने अपने अधिकारियों को चेताया है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कभी भी किसी रैन बसेरे का निरीक्षण कर सकती हैं, अगर इस दौरान किसी भी तरह की कमी पाई गई तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
250 के करीब रैन बसेरे चला रहा डूसिब
दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) शहर में ढाई सौ के करीब रैन बसेरे चला रहा है। यहां बेघरों के लिए रहने के अलावाा भोजन का भी प्रबंध है। जिसमें सुबह को चाय दोपहर और शाम का खाना शामिल है। ठंड के समय में यहां पर सुविधाएं बढ़ा दी जाती हैं। सड़कों पर सो रहे बेघरों को भी रात के समय रैन बसेरों में लाया जाता है।
विपक्ष द्वारा रेन बसेरों में सुविधाओं की कमी को लेकर लगातार सवाल उठाए जाते हैं। हालांकि सरकार दावा करती है कि बेघरों को सभी सुविधाएं बेहतर तरीके से मुहैया कराई जा रही हैं। ठंड शुरू होने के समय से शहरी विकास मंत्री आशीष सूद कई रैन बसेरोंं का निरीक्षण कर चुके हैं।
कुछ स्थानों पर उन्होंने इन्हें लेकर कुछ दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। बसंत कुंज में पोटा केबिन में चल रहे रैन बसेरे में लगी आग में पिछले माह दो बेघरों की जलकर मौत हो जाने के बाद से सरकार रैन बसेरों की व्यवस्थाओं को लेकर और सख्त है। अधिकारियों से भी रैन बसेरों के लगातार निरीक्षण करने के लिए कहा गया है।
सीएम ने किया औचक निरीक्षण
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी रेन बसेरों का औचक निरीक्षण कर रही हैं। सीएम गुप्ता ने शुक्रवार देर रात कश्मीरी गेट रैन बसेरा का किया औचक निरीक्षण और वहां रह रहे लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएं जानीं। सूत्राें की मानें तो सीएम का औचक निरीक्षण का यह क्रम जारी रहेगा। इसके पीछे का मकसद रैन बसेरों में व्यवस्थाओं को बेहतर रखा जाना है।
डूसिब ने अपने रैन बसेरा संचालन से जुड़े अधिकारियों और और रैन बसेरा संचालक लोगों को स्पष्ट रूप से कहा है कि व्यवस्थाओं को बेहतर करके रखें। किसी तरीके की कोई लापरवाही या उदासीनता नहीं होनी चाहिए। यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कभी भी किसी रैन बसेरे का निरीक्षण कर सकती हैं, अगर इस दौरान किसी भी तरह की कमी पाई गई तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। |