जागरण संवाददाता, सीतापुर। नए वर्ष के साथ जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में भी काफी बदलाव होने जा रहे हैं। जिला अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का रिकार्ड आनलाइन करने के साथ केजीएमयू की तरह फाइल तैयार की जाएगी।
इसके साथ ही मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इमरजेंसी वार्ड का दायरा भी बढ़ाने को लेकर विचार किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी नए व्यवस्थाओं की तैयारी में जुट गए हैं।
जल्द ही नई व्यवस्थाओं के साथ अस्पताल अपडेट दिखाई देगा। आनलाइन रिकार्ड बनने से मरीजों को पर्चा खोने का भी भय नहीं रहेगा।
213 बेड के जिला अस्पताल में 400 से अधिक मरीज भर्ती होते हैं। बेड की कमी के चलते एक बेड पर दो तो किसी पर तीन को भर्ती कर इलाज करना पड़ता है। कभी-कभार तो नौबत यह भी आ जाती है कि अलग से बेंच लगाकर मरीजों को भर्ती करना पड़ता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के कागज वार्ड में संभालकर रखना भी पड़ता है। लंबे समय तक इलाज चलने वाले मरीजों के कागज खराब भी हो जाते हैं। अब ऐसे मरीजों के लिए जिला अस्पताल में लखनऊ मेडिकल कालेज की तर्ज पर फाइल बनाए जाएगी।
इसमें मरीज के साथ के साथ परामर्श देने वाले चिकित्सक व संपूर्ण की गई जांचों का वितरण भी इसी फाइल पर दर्ज किया जाएगा। इसके साथ फाइल का सारा डाटा आनलाइन भी किया जाएगा।
फाइल पर लगे क्यूआरकोड स्कैन कर मरीज का संपूर्ण विवरण दिख जाएगा। इससे चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी राहत मिलेगी।
आधार व मोबाइल नंबर अनिवार्य
जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज के पास मोबाइल व आधार नंबर अनिवार्य होना चाहिए। इसके चलते उसका आनलाइन पर्चा से लेकर अन्य डाटा तैयार हो सकेगा। पर्चा काउंटर प्रभारी सूरज तिवारी ने बताया कि एक बार आनलाइन पर्चा बनने के बाद वह कार्य करेगा। बस मरीज को पर्चा पर अंकित पंजीकरण संख्या बतानी होगी।
यह होंगे प्रमुख कार्य-
- इमरजेंसी हाल में एक तरह गेट बंदकर डाली जाएंगी बेड
- मेडिसिन व सर्जरी की बनेंगी अलग-अलग फाइल
- मरीज के पास आधार व मोबाइल नंबर अनिवार्य
केजीएमयू की तरह जिला अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की फाइल बनाई जाएगी। उनका सारा डाटा भी आनलाइन किया जाएगा। इमरजेंसी कक्ष के सामने कुछ बेड अतिरिक्त डाली जाएंगी। नए वर्ष में यह सभी सुविधाएं सुचारू रूप से चालू कर दी जाएंगी।
डा़ इन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक-जिला अस्पताल |