रोडवेज बस।
जागरण संवाददाता, एटा। परिवहन निगम के चालकों को समय-समय पर यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाता है, इसके बावजूद लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के चलते डिपो की 18 बसों के चालान काटे गए हैं, जिनकी कुल धनराशि 32 हजार 400 रुपये से अधिक है। यह चालान विभिन्न स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा आनलाइन किए गए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
परिवहन निगम के 18 चालकों की लापरवाही से कटे बसों के चालान
चालकों द्वारा चालान की धनराशि जमा न होने के कारण बसों का टैक्स, फिटनेस और अन्य आवश्यक कार्य प्रभावित हो सकते हैं। इसको लेकर संबंधित चालकों पर धनराशि जमा कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन अब तक चालान की राशि जमा नहीं की गई है। इसे गंभीरता से लेते हुए निगम ने आदेश जारी किया है कि चालान की धनराशि चालकों के वेतन या देयकों से काटकर जमा कराई जाए।
इन चालकों के वेतन से कटौती से आदेश
जिन चालकों के वेतन से कटौती के आदेश दिए गए हैं, उनमें विकास कुमार 2100 रुपये, सत्यवीर सिंह 1600 रुपये, गणेश सिंह 2100 रुपये, महेश चन्द्र 2100 रुपये, जीतू 2100 रुपये, सुरेश कुमार 2100 रुपये, नीलेन्द्र सिंह 600 रुपये, कुलदीप कुमार 1600 रुपये, राजीव चौहान 4100 रुपये, सुशील 600 रुपये, रघुनाथ सिंह 600 रुपये, प्रेमपाल सिंह 600 रुपये, विपिन 600 रुपये, पदम कश्यप 600 रुपये, सुनील 600 रुपये, वीरपाल सिंह 600 रुपये, नरेन्द्र सिंह 100 रुपये तथा माहीपाल 1500 रुपये और महेन्द्रपाल 4100 रुपये शामिल हैं।
बसों का टैक्स, फिटनेस और अन्य आवश्यक कार्य प्रभावित होने से पहले होगी कटौती
एआरएम नरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि यदि समय पर चालान की राशि जमा नहीं कराई जाती है तो बसों की फिटनेस और टैक्स संबंधी प्रक्रियाएं बाधित होंगी, जिससे संचालन प्रभावित होगा। इसी कारण यह सख्त निर्णय लिया गया है। चालकों को चेतावनी दी है कि भविष्य में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ निगम की व्यवस्था भी सुचारू बनी रहे। |