LHC0088 • 2025-12-29 18:27:20 • views 458
चीन ने कहां की जॉइंट मिलिट्री ड्रिल, इशारों में जापान-US को क्यों दी चेतावनी? (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन की सेना ने सोमवार को कुछ ऐसा किया, जिसपर पूरी दुनिया की नजर टिक गई। ड्रेगन की सेना ने ताइवान द्वीप के चारों ओर जॉइंट मिलिट्री ड्रिल करने के लिए एयर, नेवी और रॉकेट सैनिकों को भेजा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस कदम को बीजिंग की ओर से अलगाववादी और बाहरी दखल देने वाली ताकतों के खिलाफ सख्त चेतावनी करार दिया गया। ध्यान दिया जाना चाहिए कि ये ड्रिल ऐसे समय पर हुई है, जब बीजिंग ने इस इलाके को अमेरिका द्वारा हथियार बेचे जाने और जापान के प्रधानमंत्री सनाए ताकाइची के बयान पर गुस्सा जताया।
चीन ने जापान और अमेरिका को कहा बाहरी ताकत
इस बयान में कहा गया था कि अगर चीन ताइवान के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है, तो उसकी सेना इसमें शामिल हो सकती है। बता दें कि ताइवान एक स्व-शासित द्वीप है, जिसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अपने शासन के तहत लाना चाहती है। हालांकि, चीनी सेना ने सोमवार सुबह अपने बयान में अमेरिका और जापान का जिक्र नहीं किया।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा?
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक्स पोस्ट में कहा कि द्वीप की रक्षा के लिए सेना को हाई अलर्ट पर रखते हुए तेज़ी से जवाब देने वाले अभ्यास किए जा रहे हैं। एक अलग बयान में, उसने कहा कि उसने जवाब में उचित सेना तैनात की है और युद्ध की तैयारी के अभ्यास कर रहा है।
मंत्रालय की ओर से कहा गया कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के टारगेटेड मिलिट्री अभ्यास उसकी आक्रामक प्रकृति और शांति के सबसे बड़े दुश्मन होने की बात को और पक्का करते हैं। वहीं, चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी की ईस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता सीनियर कर्नल शी यी ने कहा कि ये अभ्यास ताइवान जलडमरूमध्य और द्वीप के चारों ओर किए जाएंगे।
पिछले हफ्ते ही बीजिंग ने 20 अमेरिकी रक्षा-संबंधित कंपनियों और 10 अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए। बता दें कि यह वाशिंगटन की ओर से ताइवान को 10 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के बड़े पैमाने पर हथियारों की बिक्री की घोषणा के एक हफ्ते बाद हुआ। यदि अमेरिका की ओर से इसे मंजूरी दे दी जाती है, तो यह स्व-शासित क्षेत्र को दिया जाने वाला अब तक का सबसे बड़ा अमेरिकी हथियार पैकेज होगा। |
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