कैनिंग स्टेडियम में एमएलए कप फाइनल के दौरान भगदड़ (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाताः बंगाल में बड़े आयोजनों के दौरान भीड़ नियंत्रण में विफलता की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। साल्टलेक के युवाभारती क्रीड़ांगन में विख्यात फुटबालर मेसी के कार्यक्रम और विष्णुपुर मेले के बाद अब दक्षिण 24 परगना के कैनिंग स्टेडियम में भी भारी अव्यवस्था देखने को मिली। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रविवार को एमएलए कप के फाइनल मैच के दौरान एक अभिनेता की झलक पाने की होड़ में भगदड़ मच गई, जिसमें एक मासूम बच्चे समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इन सभी घायलों का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
क्षमता से अधिक टिकट
घटना के पीछे की मुख्य वजह क्षमता से अधिक टिकटों की बिक्री और सुरक्षा इंतजामों की कमी को माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, कैनिंग स्टेडियम की कुल बैठने की क्षमता लगभग 7,500 है, लेकिन आयोजकों पर आरोप है कि उन्होंने इससे कहीं ज्यादा टिकट बेच दिए।
फाइनल मुकाबला गरिया और न्यूटाउन की टीमों के बीच था, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर अभिनेता अंकुश को शामिल होना था। मैच दोपहर तीन बजे शुरू होना था, लेकिन अपने पसंदीदा सितारे को देखने के लिए सुबह आठ बजे से ही हजारों की भीड़ जुटने लगी।
सुबह 11.30 बजे तक स्थिति अनियंत्रित हो गई। भीड़ ने पुलिस के सामने ही बैरिकेड्स और गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े। पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए घायलों को कैनिंग उप-मंडल अस्पताल पहुंचाया।
इनमें से एक व्यक्ति की हालत बिगड़ने पर उसे कोलकाता के चित्तरंजन नेशनल मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर किया गया है। स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कि आखिर क्षमता से ज्यादा टिकट क्यों जारी किए गए। यह घटना फिर से सवाल उठाती है कि बड़े आयोजनों में जनता की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता सूची में कहां है।
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