हजरतपुर आर्डनेंस फैक्ट्री।
जासं, फिरोजाबाद। सेना की आर्डिनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री (ओईएफ) हजरतपुर में सीबीआइ की टीम सोमवार दोपहर फिर से पहुंची। इससे पहले ये टीम 16 दिसंबर को फैक्ट्री के समीप बाउंड्रीवाल बनने की शिकायत पर आई थी। जिसके बाद बाउंड्रीवाल को हटवा दिया गया। इस बीच फैक्ट्री के महाप्रबंधक का स्थानान्तरण भी कर दिया गया है। मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फिरोजाबाद-टूंडला के बीच हाईवे किनारे स्थित इस फैक्ट्री में सेना के लिए पैराशूट का कपड़ा एवं अन्य उपकरण बनते हैं। ये फैक्ट्री गगनयान जैसे महत्वपूर्ण अभियान से भी जुड़ी है। इसके समीप एक उद्यमी द्वारा बाउंड्रीवाल बनवाई जा रही थी, जो कि सुरक्षा मानकों के अनुसार नहीं बननी चाहिए थी।
सूत्रों के अनुसार इसकी शिकायत मिलने पर रक्षा मंत्रालय और सीबीआइ की 15 सदस्यीय टीम 16 दिसंबर को आई थी। कई घंटे जांच पड़ताल के बाद चली गई। टीम ने बाउंड्रीवाल भी देखी थी। इसके दो दिन बाद बाउंड्रीवाल ध्वस्त करा दी गई। 21 दिसंबर को फैक्ट्री के महाप्रबंधक अमित सिंह का स्थानान्तरण ओईएफ शाहजहांपुर कर दिया गया।
सोमवार दोपहर 12 बजे सीबीआइ की एक टीम फिर से फैक्ट्री पहुंची और कुछ देर रुकने के बाद चली गई। फैक्ट्री के सुरक्षा प्रभारी राकेश बाबू ने बताया कि स्थानीय पुलिस के सहयोग से बाउंड्रीवाल को 18 दिसंबर को ही तुड़वा दिया गया था। सुरक्षा की दृष्टि से फैक्ट्री की सीमा से 100 मीटर की परिधि में कोई भी निर्माण कार्य नहीं कराया जा सकता है। |
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