उधमपुर में सक्रिय तीन आतंकियों की तलाश तेज, 20 दिनों से जारी है बड़ा एंटी-टेरर ऑपरेशन। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, उधमपुर। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवाद के खिलाफ मोर्चा और सख्त कर दिया है। लगातार मिल रही संदिग्ध गतिविधियों के बीच सुरक्षाबल जमीन पर डटे हुए हैं और आतंकियों के खात्मे के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। जिला उधमपुर में इस समय तीन आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनकी लगातार मूवमेंट देखी जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इन आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा पिछले 20 दिनों से लगातार एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यह जानकारी एसएसपी उधमपुर आमोद अशोक नागपुरे ने रामनगर तहसील के जोफर क्षेत्र में जारी ऑपरेशन के दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
एसएसपी ने बताया कि इस अभियान में न केवल जवान बल्कि कई वरिष्ठ अधिकारी भी स्वयं ग्राउंड जीरो पर मौजूद हैं और पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दुर्गम पहाड़ी इलाकों, घने जंगलों और प्राकृतिक जलस्रोतों के बावजूद सुरक्षाबल आतंकियों को ज्यादा समय तक छिपने नहीं देंगे और जल्द ही उनका सफाया कर दिया जाएगा। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि आतंकियों को किसी प्रकार की स्थानीय मदद मिल रही है या नहीं।
प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी ने उधमपुर पुलिस की बीते एक वर्ष की उपलब्धियों का भी ब्यौरा पेश किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में जिले को आतंकवाद और नशे से मुक्त करने की दिशा में अहम सफलताएं हासिल की गईं। इसी वर्ष सुरक्षाबलों ने कुख्यात आतंकी कमांडर जब्बार भाई को मार गिराने में सफलता पाई, जो लंबे समय से क्षेत्र में दहशत का पर्याय बना हुआ था। हालांकि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान तीन जवानों ने अपने प्राणों की आहुति भी दी।
नशा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में नशा तस्करी के 153 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 203 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 77 मामलों में 98 तस्करों को सजा दिलाई गई, जबकि 28 मामलों में 21 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई। इसके अलावा 58 बैंक खातों को भी सीज किया गया।
मवेशी तस्करी के खिलाफ भी पुलिस ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की। पहली बार जिले में मवेशी तस्करों की लगभग 1.50 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई और 1300 मवेशियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया। इस दौरान 122 तस्करों को सजा दिलाने में भी पुलिस सफल रही।
यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करते हुए 9447 लोगों के खिलाफ चालान किए गए और 3 लाख 14 हजार 850 रुपये का जुर्माना वसूला गया। साइबर अपराधों पर शिकंजा कसते हुए साइबर सेल को साइबर पुलिस स्टेशन में तब्दील किया गया, जिसके परिणामस्वरूप 50 लाख रुपये की ठगी की राशि पीड़ितों को वापस दिलाई गई।
उन्होंने ने बताया कि नए आपराधिक कानूनों के तहत 1319 मामले दर्ज किए गए। महिला एवं बच्चों से जुड़े 35 मामलों की समय से पहले जांच पूरी कर चार्जशीट अदालत में दाखिल की गई। कुल मिलाकर वर्ष 2025 में 614 मामलों में दोषियों को सजा दिलाने में पुलिस को सफलता मिली।
अंत में उन्होंने कहा कि वर्ष 2026 में भी उधमपुर पुलिस आतंकवाद, नशा तस्करी और मवेशी तस्करी के खिलाफ और अधिक सख्ती के साथ अभियान जारी रखेगी, ताकि जिले में शांति और कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके। |