क्षेत्रवासियों को सेप्टिक टैंक खाली कराने की नहीं होगी जरूरत,
जागरण संवाददाता, देहरादून। क्लेमेनटाउन, सुभाषनगर, टर्नर रोड आदि आसपास क्षेत्रों के 25 हजार घरों को सेप्टिक टैंक खाली कराने के झंझट से छुटकारा मिलेगा। इन इलाकों के 50 किमी. क्षेत्रफल में सीवर पाइपलाइन बिछाकर घरों को इससे जोड़ा जाएगा।
घरों से निकलने वाला सीवर सपेरा बस्ती में निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में पहुंचकर उपचारित होगा। पेयजल निगम ने 150 करोड़ रुपये की लागत से पाइपलाइन बिछाने का एस्टीमेट बनाया है। शासन से बजट की स्वीकृति होने के बाद पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, क्लेमेनटाउन, सुभाषनगर, टर्नर रोड आदि आसपास के इलाकों में घरों से निकलने वाले सीवर को व्यवस्थित और उपचारित करने का कोई इंतजाम नहीं है। अधिकांश घरों में सीवर सेप्टिक जमा टैंक जमा होता है, जिसे खाली कराने के लिए अक्सर लाेग हजाराें रुपये खर्च करते हैं।
इसके अलावा बहुत से घरों से सीवर निकलकर नाली में बहता है, जिससे इलाके का वातावरण दूषित होता है और बारिश में सड़क पर बहने से लोग परेशानी का सामना करते हैं। इस समस्या को देखते हुए पेयजल निगम ने यहां सीवर लाइन बिछाने का खाका खींचा है।
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एसटीपी का 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण
नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत सपेरा बस्ती में 79 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हो रहे एसटीपी का 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। पेयजल निगम का दावा है कि मार्च तक इसे पूर्ण कर लिया जाएगा। इससे सपेरा बस्ती में बहने वाले नाले को जोड़कर उसके सीवर को उपचारित किया जाएगा। इसके अलावा सपेरा बस्ती के समीप डकोटा में चार किमी. क्षेत्र में सीवर लाइन बिछायी जाएगी, जिससे 400 घरों को इससे जोड़ा जाएगा।
क्लेमेनटाउन, सुभाषनगर, टर्नर रोड आदि आसपास के इलाकों में सीवर लाइन बिछाने के लिए एस्टीमेट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा जा रहा है। शासन से बजट स्वीकृत होने के बाद लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ होगा। वहीं, सपेरा बस्ती के निर्माणाधीन एसटीपी का कार्य मार्च तक पूर्ण हो जाएगा। जिसके बाद लाइन को एसटीपी से जोड़ा जाएगा। -
- जीतमणि बेलवाल, अधिशासी अभियंता, पेयजल निगम, दून डिविजन, देहरादून। |