deltin33 • 2025-11-7 22:37:50 • views 696
संवाद सूत्र, सीतापुर। पंचायत सहायकों, एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर की तरह अब ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों (वीडीओ) को भी पंचायत भवनों में आनलाइन हाजिरी लगानी होगी। पंचायतराज विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। आनलाइन हाजिरी लगाने की व्यवस्था ग्राम पंचायत भवनों (सचिवालयों) में सुनिश्चित की जाएगी। प्रत्येक कार्यदिवस पर तैनाती वाली ग्राम पंचायत में जाना अनिवार्य होगा। आनलाइन हाजिरी में जीपीएस तकनीक का भी प्रयोग किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिले में 1588 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों की तैनाती है। एक-एक ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारी के पास तीन से लेकर 10-10 ग्राम पंचायतों का प्रभार है। 19 ब्लाकों में 269 ग्राम पंचायत व 245 ग्राम विकास अधिकारियों की तैनाती है। कई-कई ग्राम पंचायतों का प्रभार होने के कारण ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारी अक्सर पंचायतों में नहीं जाते थे।
खोजते रहते थे नकल और प्रमाणपत्र
वहीं ग्रामीण परिवार रजिस्टर की नकल व मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए इनको खोजते रहते थे। वहीं, ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की निगरानी भी प्रभावित होती थी। शासन स्तर पर शिकायतें भी पहुंच रहीं थीं कि यह ग्राम पंचायतों में नहीं जाते हैं। क्षेत्र में होने की बात कहकरगायब रहते हैं। हाजिरी लगाने की व्यवस्था अनिवार्य होने के कारण इनका आवंटित ग्राम पंचायतों में जाना अनिवार्य हो जाएगा। इससे यह ग्रामीणों को आसानी से पंचायत भवन अथवा ग्राम सचिवालय भवन में उपलब्ध हो सकेंगे।
इससे जहां जवाबदेही तय होगी वहीं कार्य में भी पारदर्शिता आएगी, वहीं गायब रहने के नाम पर कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी।
पंचायतीराज निदेशक ने आयुक्त ग्राम्य विकास के माध्यम से यह व्यवस्था शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया है। नवंबर माह के अंत तक सभी पंचायत भवनों व ग्राम सचिवालयों में इसकी व्यवस्था की जानी है। अब तक पंचायत भवनों में पंचायत सहायकों, एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर के लिए आनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू थी।
ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों को तैनाती वाली ग्राम पंचायतों में जाकर पंचायत भवन अथवा ग्राम सचिवालय भवन में आनलाइन उपस्थित दर्ज करानी होगी। पंचायतीराज निदेशक का पत्र प्राप्त हो चुका है। संबंधित को अवगत करा दिया गया है। निर्देशों पर अमल सुनिश्चित कराया जाएगा। -डॉ. निरीश चंद्र साहू, जिला पंचायतराज अधिकारी |
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