प्रयागराज न्यूज : दुर्गा पूजा पंडालों में बिजली के खुले तार सुरक्षा पर उठा रहे सवाल, पंडाल में करंट से बच्ची की हुई थी मौत_deltin51

Chikheang 2025-10-1 03:36:44 views 1093
  प्रयागराज में रामबाग दुर्गा पूजा पंडाल में ऐसे बिखरे हैं बिजली के तार। जागरण





जागरण संवाददाता, प्रयागराज। शहर के मुट्ठीगंज स्थित काशीराज नगर मुहल्ले में 11 वर्षीय बालिका शिवानी की सोमवार रात पूजा पंडाल के सजावटी गेट में लगी बल्ली में करंट उतरने से हुई दर्दनाक मौत के बाद सुरक्षा को लेकर तमाम प्रश्न खड़े हो गए हैं। यह हादसा प्रशासन और विद्युत सुरक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

मंगलवार को इसे लेकर पड़ताल की गई तो शहर में लगे कई पूजा पंडालों में खुले तार, कटिया से जुड़ा अस्थाई कनेक्शन और सुरक्षा मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दीं। कई पंडालों में प्राइवेट इलेक्ट्रीशियन ने हाईलोजन लाइट लगाते समय काटे गए तार को सीधे बांस या बल्लियों में बांध दिया था। कहीं-कहीं तो खुले तार लटकते हुए नजर आए। ऐसे में कोई भी दुर्घटना कभी भी हो सकती है।



  

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि विद्युत सुरक्षा निदेशालय ने कई पंडालों को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी भी कर रखी है। एनओसी मिलने के बाद अस्थाई बिजली का कनेक्शन भी दे दिया गया, लेकिन मौके की तस्वीर बताती है कि सुरक्षा मानकों का अनुपालन नहीं हुआ है।

यह भी पढ़ें- प्रयागराज में दर्दनाक हादसा, दुर्गा पूजा देखने गई बच्ची की करंट से मौत, पूजा कमेटी के खिलाफ केस, आप भी यह सावधानी जरूर बरतें


कर्नलगंज में टीनशेड के बगल खुले तारों का जाल

कर्नलगंज दुर्गा पूजा पंडाल के पीछे जहां टीनशेड का घेरा बनाया गया है, उसके बगल तारों का जबरदस्त जाल है। यहां खुले तार साफ नजर आते हैं। इसमें दौड़ रहा हाईवोल्टेज करंट किसी के लिए भी काल बन सकता है। जबकि यह स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि खुला तार कहीं भी नजर नहीं आना चाहिए। तार को अगर टीनशेड के बगल व ऊपर से ले जाना है, उसमें प्लास्टिक की लाइन का उपयोग किया जाए। तारों में जहां भी कटिंग करें, वहां टेपिंग जरूर हो।


...यहां भी मानकों की अनदेखी

रामबाग रेलवे स्टेशन पूजा पंडाल में भी मानकों की अनदेखी साफ नजर आई। पूजा पंडाल के बाहर तारों का हर तरफ बिजली के तारों का जाल दिखा। बिना किसी सुरक्षा कवच के तारों को खींचा गया था। जगह-जगह इसे ‘जहां जगह मिली की’ तर्ज पर बांध दिया गया था। यह किसी के लिए भी खतरनाक साबित हो सकते हैं। जबकि इसे व्यवस्थित करने के लिए अधिक परिश्रम व खर्च की आवश्यकता नहीं होती।



यह भी पढ़ें- UPPSC Admit Card : पीसीएस-2025 प्रारंभिक परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी, 75 जिलों के 1435 केंद्रों पर होगी परीक्षा
50 प्रतिशत कमेटियों ने भी नहीं लिया अस्थायी कनेक्शन

शहर में सात डिवीजन हैं। इसमें म्योहाल, टैगाेर टाउन, करैलाबाग, रामबाग, नैनी, बमरौली, कल्याणी देवी शामिल हैं। इन सात डिवीजन में छोटे-बड़े 120 से अधिक दुर्गा पूजा पंडाल बनाए जाते हैं। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि करीब 50 समितियों ने ही अस्थाई कनेक्शन लिया है। शेष पंडाल में कटियामारी की जा रही है। बिजली विभाग के अधिकारियों का दावा है कि बिना अस्थाई कनेक्शन वाले पंडालों को नोटिस जारी किया गया है। लेकिन हकीकत यह है कि ज्यादातर आयोजकों ने आवेदन नहीं किया। विभाग भी जानता है कि त्योहार के दौरान सख्त कार्रवाई करना आसान नहीं। यही वजह है कि अब तक कटियामारी करने वाले पंडालों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

panchkoola-politics,Bhupinder Singh Hooda,Haryana news,Leader of Opposition,Haryana Assembly,Haryana Congress,Rao Narendra Singh,Haryana politics,Indian National Congress,Haryana government,Opposition leader,Haryana news   
पंडालों की लापरवाही, ‘सुरक्षा’ से ज्यादा दिखावा

शहर में भव्य पंडाल सजाने की होड़ मची है। बड़े-बड़े लाइटें, हाईलोजन, रंग-बिरंगे झालर से पंडाल सजाए गए हैं। लेकिन सुरक्षा पर किसी का ध्यान नहीं। आयोजक बिजली की वायरिंग पर खर्च बचाने के लिए प्राइवेट इलेक्ट्रीशियन को बुलाते हैं, जो बिना किसी मानक के तार जोड़ देते हैं। जबकि पूजा पंडालों में अस्थाई कनेक्शन लेने के लिए ‘अर्थिंग’, सुरक्षित वायरिंग, एमसीबी और इंसुलेटेड तारों का इस्तेमाल जरूरी है। लेकिन हकीकत में ये नियम सिर्फ कागजों तक सिमटकर रह जाते हैं।


यह आया नजर

-जगह-जगह खुले तारों का जाल।

-बल्ली और बांस से बांधे गए तार।

-गीली जमीन पर पड़े बिजली के तार।

-प्लग बोर्ड और स्विच खुले में लटकते हुए।

-लोहे की राड और टीनशेड से टकराते तार।
हादसे रोकने को ये कदम उठाने जरूरी

-सभी पंडालों को अनिवार्य रूप से अस्थाई कनेक्शन लेना होगा।

-किसी भी तरह की कटिया कनेक्शन पर पूर्ण रोक हो।

-वायरिंग सिर्फ कुशल इलेक्ट्रीशियन से कराई जाए।



-तारों को कभी भी बल्ली या बांस से न बांधा जाए।

-पंडालों में ‘फायर सेफ्टी’ और ‘इलेक्ट्रिकल सेफ्टी’ टीम की जांच अनिवार्य हो।
क्या कहते हैं बिजली विभाग के अधिकारी

उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड के मुख्य अभियंता प्रथम राजेश कुमार का कहना है कि दुर्गा पूजा शुरू होने से पहले ही कमेटियों के पदाधिकारियों संग उपखंड के अधिकारियों ने चरणबद्ध तरीके से बैठकें कीं। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। कमेटियों के पदाधिकारियों से स्पष्ट कहा गया था कि वह पूजा शुरू होने से पहले अस्थाई कनेक्शन ले लें। लेकिन अस्थाई कनेक्शन लेने में कुछ ने आनाकानी की है। जिन कमेटियों ने अस्थाई कनेक्शन नहीं लिया है, उन सभी को नाेटिस दिया जा चुका है।



like (0)
ChikheangForum Veteran

Post a reply

loginto write comments
Chikheang

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1310K

Credits

Forum Veteran

Credits
138084

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.