Masik Durgashtami पर इस स्तोत्र के पाठ से पाएं मां दुर्गा की कृपा, दूर होंगे सभी कष्ट

deltin33 2025-11-19 22:07:48 views 781
  

Masik Durgashtami 2025 (Picture Credit: Freepik) (AI Image)



धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मार्गशीर्ष माह की दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami Vrat 2025) 28 नवंबर को मनाई जाएगी।कई साधक इस दिन व्रत और देवी मां की पूजा-अर्चना करते हैं। इससे जीवन में शुभ परिणाम मिलने लगते हैं। साथ ही जीवन की कई समस्याओं का निवारण भी होता है। इस दिन पर आपको पूजा के दौरान नवदुर्गा स्तोत्रम् करने से देवी मां की कृपा की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे में चलिए पढ़ते हैं नवदुर्गा स्तोत्रम्। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
॥ नवदुर्गा स्तोत्रम् ॥ (Navadurga Stotram Lyrics)

॥ देवी शैलपुत्री ॥

वन्दे वाञ्छितलाभायचन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारूढाम् शूलधरांशैलपुत्री यशस्विनीम्॥1॥

॥ देवी ब्रह्मचारिणी ॥

दधाना करपद्माभ्यामक्षमाला कमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मयिब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥2॥

॥ देवी चन्द्रघण्टा ॥

पिण्डजप्रवरारूढाचन्दकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम्चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥3॥

  

मासिक दुर्गाष्टमी को पूर्ण रूप से मां दुर्गा की आराधना के लिए समर्पित माना गया है। इस दिन विधिवत रूप से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। इससे साधक को पारिवारिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है और जीवन में सुख-समृद्धि औबनी रहती है।

॥ देवी कूष्माण्डा ॥

सुरासम्पूर्णकलशम्रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्याम्कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥4॥

॥ देवी स्कन्दमाता ॥

सिंहासनगता नित्यम्पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवीस्कन्दमाता यशस्विनी॥5॥

जो साधक नियमित रूप से मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत करता है उसके व उसके परिवार के ऊपर देवी दुर्गा की विशेष कृपा बनी रहती है। साथ ही इससे जीवन में आ रही सभी बाधाएं भी धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं।

  

॥ देवी कात्यायनी ॥

चन्द्रहासोज्ज्वलकराशार्दूलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्यादेवि दानवघातिनी॥6॥

॥ देवी कालरात्रि ॥

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णीतैलभ्यक्तशरीरिणी॥
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा।
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णाकालरात्रिर्भयङ्करी॥7॥

॥ देवी महागौरी ॥

श्र्वेते वृषे समारूढाश्र्वेताम्बरधरा शुचि:।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा॥8॥

मासिक दुर्गाष्टमी के दिन पूजा के दौरान नवदुर्गा स्तोत्रम् का पाठ जरूर करना चाहिए। इस स्तोत्र को बेहद कल्याणकारी माना गया है, जिसके पाठ से साधक को देवी मां का विशेष आशीर्वाद मिलता है। साथ ही मनोकामनाओं की भी पूर्ति होती है।

॥ देवी सिद्धिदात्रि ॥

सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयात्सिद्धिदा सिद्धिदायिनी॥9॥
॥ इति श्री नवदुर्गा स्तोत्रम् सम्पूर्णम् ॥

यह भी पढ़ें - Pitra Dosh Ke Upay: इस दिन पीपल के पेड़ नीचे जलाएं दीपक, पितृ दोष की समस्या होगी दूर

यह भी पढ़ें - Subrahmanya Sashti 2025: नवंबर में कब मनाई जाएगी सुब्रह्मण्य षष्ठी, पढ़ें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
like (0)
deltin33administrator

Post a reply

loginto write comments
deltin33

He hasn't introduced himself yet.

1010K

Threads

0

Posts

3210K

Credits

administrator

Credits
325148

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.