इंडिगो ने प्रतिदिन के ग्रॉस सैलरी के लगभग 1.5 गुना के बराबर छुट्टियों की बायबैक का प्रस्ताव दिया है।
नई दिल्ली। मार्केट शेयर के लिहाज से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन की 300 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और अन्य हवाई अड्डों पर यह सेवा प्रभावित होंगी। नए रोस्टरिंग नियमों को लागू करने में आ रही चुनौतियों के कारण एयरलाइन पायलटों और चालक दल की भारी कमी से जूझ रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिगो ने अपने पायलटों और अधिकारियों से संपर्क किया है। कंपनी ने प्रतिदिन के ग्रॉस सैलरी के लगभग 1.5 गुना के बराबर छुट्टियों की बायबैक का प्रस्ताव दिया है। यानी जो भी छुट्टयों पर काम करेगा उस एक दिन में जितनी सैलरी पे होता है उसका कंपनी डेढ़ गुना देगी।
छुट्टियों के लिए बायबैक की पेशकश
एयरबस के कैप्टन और प्रथम अधिकारियों को 1 जनवरी से 3 फरवरी, 2026 तक की छुट्टियों के लिए बायबैक की पेशकश की गई है। वे अपनी छुट्टियां सरेंडर करने के पात्र हैं। कंपनी के अनुसार, हालाँकि छुट्टियों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन लंबे ब्लॉक को प्राथमिकता दी जाएगी। मैसेज के अनुसार, ऐसे दिनों की छुट्टी की स्वीकृति कई कारकों पर निर्भर कर सकती है, जैसे परिचालन आवश्यकताएँ, कैट III योग्यता, सेक्टर मंजूरी आदि शामिल है।
यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब एयरलाइन को केबिन क्रू की कमी के कारण परिचालन संबंधी व्यवधानों का सामना करना पड़ा है, जो तीसरे दिन भी जारी रहा और सैकड़ों यात्रियों की यात्रा योजनाओं पर असर पड़ा। यह नए उड़ान ड्यूटी-टाइम सीमा मानदंडों के कार्यान्वयन से संबंधित है, जो पिछले महीने लागू हुए थे।
इंडिगो को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने मौजूदा परिचालन संबंधी समस्याओं के बारे में बताने और व्यवधानों को कम करने के लिए एक विस्तृत योजना प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है।
इन रद्दीकरणों में से अधिकांश चालक दल और एफडीटीएल से संबंधित बाधाओं से जुड़े हैं, जबकि दूसरा सबसे बड़ा कारण हवाई अड्डे या हवाई क्षेत्र की पाबंदियाँ थीं। कुछ उड़ानें विविध कारणों से रद्द की गईं, जबकि कुछ अन्य हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली की विफलताओं के कारण रुकी रहीं।
इंडिगो का फाउंडर कौन है?
इंडिगो के को-फाउंडर राहुल भाटिया हैं। उनकी नेटवर्थ फोर्ब्स के मुताबिक 8.1 बिलियन डॉलर (करीब 72,900 करोड़ रुपये) है।
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