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भोजपुर में परिमार्जन के रिकॉर्ड 22 हजार मामले पेंडिंग (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले में राजस्व विभाग की स्थिति दयनीय है। एक तरफ जहां दाखिल खारिज के मामले में ज्यादा आवेदन रिजेक्ट हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ परिमार्जन में 22 हजार से ज्यादा मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इस कारण हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पेंडेंसी में लगभग 50% पेंडिंग मामले केवल आरा सदर अंचल से जुड़े हुए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भोजपुर जिले में जब से दाखिल खारिज में परिमार्जन प्लस सुविधा लाई गई तब से लेकर अब तक जिले में परिमार्जन प्लस के अंतर्गत कुल 21694 मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा परिमार्जन डिजिटाइजेशन में 9716 और रेक्टिफिकेशन से जुड़े 8119 मामले हैं। दूसरी तरफ, 3859 मामले आने के बाद अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारियों के द्वारा रिवर्ट भी किया गया है।
21694 मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इनमें डिजिटलाइजेशन के ममलों पर नजर डालें तो कुल 9716 में सबसे ज्यादा आरा सदर अंचल में 3276 उसके बाद बड़हरा आंचल में 975 और तीसरे नंबर पर अगिआंव में 678 मामले पेंडिंग चल रहे हैं।
इसी प्रकार रेक्टिफिकेशन पर नजर डालें तो कुल 8119 मामलों में सबसे ज्यादा आरा सदर अंचल में 1567, पीरो में 1144 और बड़हरा में 947 मामले पेंडिंग हैं।
इसके अलावा अन्य अंचलों में इन सभी से काफी कम कम मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इसी प्रकार रिवर्ट के मामलों पर नजर डालें तो 3859 में डिजिटलाइजेशन के 2257 मामले हैं जिसमें सबसे ज्यादा पेंडेंसी तरारी में 486, शाहपुर में 365 और अगिआंव में 358 है। इसी प्रकार रेक्टिफिकेशन में भी सबसे ज्यादा पेंडिंग मामले तरारी अंचल में ही है। यहां पर 306, जगदीशपुर में 265 और संदेश में 226 मामले रिवर्ट किए गए हैं।
इसके अलावा, अन्य अंचलों में कम कम मामले हैं। दूसरी तरफ अब तक आए परिमार्जन के कुल 1.30 लाख मामलों में लगभग 1.10 लाख मामलों का निपटारा भी सभी अंचलों में कर दिया गया है। विगत दिनों बढ़ते पेंडेंसी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने दिसंबर माह तक इसे हर हाल में समाप्त करने का निर्देश सभी पदाधिकारी को दिया है।
अंचलाधिकारी रेक्टिफिकेशन तो कर्मी डिजिटाइजेशन पेंडिंग रखने में हैं आगे
भोजपुर जिले में पेंडिंग रखने के मामलों में मानों अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारी में बाजी लग गई है। डिजिटाइजेशन के कुल 9716 मामलों में राजस्व कर्मचारी 5080 मामले पेंडिंग रख सीओ पर बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि अंचलाधिकारी के पास 4630 मामले पेंडिंग हैं। इसी प्रकार रेक्टिफिकेशन के 8119 मामलों में अंचलाधिकारी 4309 मामले पेंडिंग रख राजस्व कर्मचारी के पास पेंडिंग 3810 मामलों से काफी आगे बढ़त बनाए हुए हैं।
आरा सदर अंचल में परिमार्जन के 50% मामले हैं पेंडिंग
भोजपुर जिले में सबसे ज्यादा परिमार्जन के मामले आरा सदर अंचल में पेंडिंग है। जिले में कुल परिमार्जन के 17835 पेंडिंग मामलों में आरा सदर अंचल में ही केवल 8119 मामले पेंडिंग है। इन में डिजिटाइजेशन से जुड़े 3276 मामले और रेस्टिफिकेशन से जुड़े 4843 मामले पेंडिंग चल रहे हैं। आम लोगों का मानना है कि यहां पर कार्य कराने में अन्य अंचलों के मुक़ाबले काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
परिमार्जन के पेंडिंग मामलों का अंचलवार डेटा
अंचल डिजिटाइजेशन रेस्टिफिकेशन कुल
आरा
3276
1567
4843
बड़हरा
975
947
1922
अगिआंव
678
538
1216
बिहिया
332
525
857
चरपोखरी
631
503
1134
गड़हनी
517
363
880
जगदीशपुर
330
436
766
कोईलवर
327
348
675
पीरो
464
1144
1608
सहार
304
151
455
संदेश
336
207
543
शाहपुर
677
699
1376
तरारी
533
355
888
उदवंतनगर
336
336
672
टोटल
9716
8119
17835
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