कैमरे में मेगापिक्सल का असल मतलब क्या? समझिए कम MP के बावजूद iPhone की फोटो बेहतर कैसे
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आज जब भी हम मार्केट में कोई स्मार्टफोन लेने जाते हैं तो सबसे पहले डिवाइस के कुछ फीचर्स को जरूर टेस्ट करते हैं, जैसे फोन की डिस्प्ले कैसी है या उसमें कौन-सा प्रोसेसर दिया गया है या फिर डिवाइस के कैमरा स्पेसिफिकेशंस कैसे हैं। फोन के कैमरा तो आज काफी ज्यादा एडवांस हो गए हैं जहां आपने अक्सर 50MP, 108MP या 200MP जैसे नंबर देखे होंगे, लेकिन कई बार ये सवाल उठता है कि आखिर मेगापिक्सल का मतलब क्या होता है? तो चलिए आज इसी बारे में विस्तार से जानते हैं... विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कैमरे में मेगापिक्सल का मतलब
कैमरा टेक एक्सपर्ट्स के मुताबिक मेगापिक्सल यानी MP का सीधा मतलब फोटो में मौजूद कुल पिक्सल की संख्या है। यानी 1 मेगापिक्सल = 10 लाख पिक्सल के बराबर है। आसान शब्दों में कहें तो जितने ज्यादा पिक्सल, उतनी बड़ी और डिटेल्ड फोटो कैप्चर की जा सकती है। हालांकि यहां एक बड़ा कंफ्यूजन ये भी है कि ज्यादा मेगापिक्सल हमेशा अच्छी फोटो की गारंटी नहीं देते।
ऐसा इसलिए क्योंकि फोटो की क्वालिटी कई फैक्टर्स पर डिपेंड करती है, जैसे कैमरा सेंसर का साइज, इमेज प्रोसेसिंग, लेंस क्वालिटी, सॉफ्टवेयर और लो-लाइट परफ़ॉर्मेंस, यानी मेगापिक्सल सिर्फ इसका एक हिस्सा है, पूरा कैमरा नहीं है।
कम MP होने के बावजूद iPhone की फोटो बेहतर क्यों
iPhone काफी वक्त से 12MP और हाल ही में 48MP सेंसर पर शिफ्ट हुआ है। इसके बावजूद iPhone की फोटो ज्यादा शार्प, ब्राइट और कलर-एक्यूरेट लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके पीछे कई फैक्टर हैं जो इसे बेहतर बनाते हैं।
सबसे पहला तो iPhone में कम मेगापिक्सल होने के बावजूद सेंसर काफी बेहतर होता है। साथ ही फोन ज्यादा रोशनी कैप्चर करता है, जिससे लो-लाइट में भी फोटो काफी क्लियर आती है। वहीं, iPhone की असली ताकत इसके हार्डवेयर से ज्यादा उसके सॉफ्टवेयर में है। Smart HDR, Neural Engine का रियल-टाइम प्रोसेसिंग इसे और बेहतर बनता है। इसके अलावा कलर साइंस और ट्यूनिंग के साथ साथ आईफोन में बेहतरीन लेंस भी देखने को मिलते हैं।
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