नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली से नमो भारत रैपिड रेल कनेक्टिविटी के लिए नए रूट पर अध्ययन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली से नमो भारत रैपिड रेल (आरआरटीएस) कनेक्टिविटी के लिए नए रूट पर अध्ययन किया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) इसका अध्ययन कर डीपीआर तैयार करेगा।
प्रस्तावित नए रूट के तहत सूरजपुर से नाेएडा फेज दो, सिटी सेंटर होते हुए सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन तक रूट का अध्ययन किया जाएगा। सूरजपुर से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक आरआरटीएस की पूर्व में प्रस्तावित रूट ही बरकरार रहेगा।
आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के ओएसडी शहरी परिवहन के साथ अधिकारियों की बैठक में इसका निर्णय लिया गया है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली व आइजीआइ से जोड़ने के लिए यमुना प्राधिकरण ने एनसीआरटीसी से आरआरटीएस रूट की डीपीआर तैयार कराई थी, पिछले साल राज्य सरकार ने इसे सैद्धांतिक सहमति देते हुए केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय को भेजा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंत्रालय ने दस बिंदुओं पर आपत्ति जताते हुए जवाब मांगा था। इसके तहत सबसे बड़ा सवाल था कि गाजियाबाद में आरआरटीएस के सिद्धार्थ विहार स्टेशन से प्रस्तावित रूट से दिल्ली और आइजीआइ नोएडा एयरपोर्ट से सीधे कनेक्ट नहीं होता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चार मूर्ति के आसपास के प्लान, नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के नालेज पार्क पांच तक प्रस्तावित एक्वा मेट्रो आदि बिंदु शामिल थे। इसके साथ सुझाव दिया था कि एक्वा मेट्रो का प्रस्ताव रूट को आरआरटीएस में समाहित करने के बजाए अलग से बनाने का सुझाव भी दिया।
बुधवार को हुई बैठक में यीडा व नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. की ओर से एसीईओ शैलेंद्र भाटिया, एनएमआरसी, एनसीआरटीसी व मंत्रालय के अधिकारी आन लाइन शामिल हुए।
इस बैठक में एनसीआरटीसी ने गाजियाबाद-ग्रेटर नोएडा वेस्ट, ग्रेटर नोएडा ईस्ट होकर ईकोटेक-यीडा क्षेत्र होते हुए नोएडा एयरपोर्ट के पूर्व निर्धारित एलाइन्मेंट के अलावा सूरजपुर से नोएडा एसईजेड, सिटी सेंटर होते हुए सराय काले खां तक नए रूट का सुझाव रखा। सूरजपुर में नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट आपस में मिल जाएंगे। बैठक में नए रूट का अध्ययन कराकर डीपीआर तैयार कराने पर निर्णय हुआ।
गाजियाबाद-ग्रेटर नोएडा वेस्ट होकर नोएडा एयरपोर्ट रूट 72.44 किमी लंबा
एनसीआरटीसी ने पूर्व में आरआरटीएस का जो रूट प्रस्तावित किया है। वह 72.44 किमी लंबा व दो चरण में है। पहले चरण में गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति गोलचक्कर, नालेज पार्क पांच, सूरजपुर, जगतफार्म, परीचौक होकर ईकोटेक छह तक है। दूसरे चरण में ईकोटेक छह से यीडा के सेक्टर 17, 18, 21 होेते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक है। इस रूट पर आरआरटीएस के 11 व मेट्रो के 11 स्टेशन प्रस्तावित किए गए थे। परियोजना की कुल लागत 20637 करोड़ रुपए आंकी गई थी।
नोएडा भी जुड़ जाएगा आरआरटीएस से
आरआरटीएस के पूर्व में प्रस्तावित रूट में नोएडा शामिल नहीं था, इसलिए नोएडा में रहने वाले लाखों की आबादी आरआरटीएस कनेक्टिविटी से वंचित होती। नए रूट से नोएडा भी आरआरटीएस से कनेक्ट हो जाएगा। परियोजना में आने वाली लागत में नोएडा प्राधिकरण की हिस्सेदारी भी हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट रूट हो सकता है रद
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली एवं आइजीआई से कनेक्टिविटी के लिए सराय काले खां से नोएडा, सूरजपुर होकर रूट पर सहमति बनती है तो ग्रेटर नोएडा वेस्ट रूट रद किया जा सकता है। इसकी वजह परियोजना की लागत अधिक होने के साथ ही इस रूट का सीधे दिल्ली से न जुड़ना है।
ग्रुरुग्राम से ग्रेटर नोएडा तक भी प्रस्तावित है आरआरटीएस
ग्रुरुग्राम के इफ्को चौक से फरीदाबाद-नोएडा होकर ग्रेटर नोएडा तक आरआरटीएस का रूट प्रस्तावित है। इसकी लंबाई तकरीबन 65 किमी होगी। ग्रेटर नोएडा में यह सूरजपुर में गाजियाबाद-ग्रेटर नोएडा-नोएडा एयरपोर्ट रूट में जुड़ जाएगा।
नोएडा एयरपोर्ट की दिल्ली से सीधे कनेक्टिविटी के लिए आरआरटीएस के नए रूट का अध्ययन कराया जाएगा। यह रूट सराय कालेखां से शुरू होकर नोएडा होते हुए ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में जुड़ेगा। एनसीआरटीसी इसका अध्ययन कर रिपोर्ट देगा। गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट-सूरजपुर होते हुए नोएडा रूट की पूर्व में डीपीआर तैयार कराई गई थी। इसकी दिल्ली से सीधे कनेक्टिविटी न होने के कारण नए रूट पर विचार किया जा रहा है। - शैलेंद्र भाटिया, एसीईओ यमुना प्राधिकरण |