केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े
डिजिटल डेस्क, जागरण, लखनऊः भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष हाेने वाले पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले अपना संगठन दुरुस्त कर लेना चाहती है। प्रदेश अध्यक्ष की दाे दिवसीय चुनाव प्रक्रिया शुक्रवार से प्रारंभ हाे गई है। संगठन के प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के विस्तृत कार्यक्रम के साथ मतदाता सूची भी जारी कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब रविवार का इंतजार है, जब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की उपस्थिति में चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हाेगी और भाजपा उत्तर प्रदेश के नये अध्यक्ष के नाम घाेषणा हाेगी। केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और पीयूष गोयल (Vinod Tawde and Piyush Goyal) की देखरेख में पूरा चुनाव हाेगा। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को प्रदेश अध्यक्ष चुननेके लिए केंद्रीय चुनाव अधिकारी बनाया गया है। वह भी शनिवार काे लखनऊ पहुंचेंगे। केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े की उपस्थिति मेंनामांकन होगा। इन दोनों वरिष्ठ केंद्रीय नेताओं की लखनऊ में मौजूदगी से यह स्पष्ट है कि नये अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से और केंद्रीय नेतृत्व की मोहर के साथ ही होगा।
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) को नया प्रदेश अध्यक्ष रविवार काे मिल जाएगा। दिल्ली में चले कई दिनों के मंथन के बाद नाम तय हो गया है। शनिवार को नामांकन की औपचारिकता पूरी होगी और अगले दिन यानी रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की उपस्थिति में नये अध्यक्ष का नाम ऐलान कर दिया जाएगा।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में नामांकन पत्र शनिवार काे दाेपहर में एक से दाे बजे तक दाखिल किए जाएंगे। इसके बाद तीन से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। शाम चार से पांच बजे तक नामांकन पत्र वापस लेने की प्रक्रिया निर्धारित है। अगर सिर्फ एक उम्मीदवार का नामांकन होता है, तो सर्वसम्मति से चुनाव हाे जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का भी चयन होगा। अगर उम्मीदवार दाे या अधिक हाेते हैं ताे रविवार काे सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक मतदान हाेगा और शाम को गणना। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इसके बाद अंतिम फैसला सुनाएंगे। प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यह पूरी प्रक्रिया पार्टी संविधान व निर्देशों के अनुरूप समयबद्ध ढंग से पूरी की जाएगी।
वर्तमान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की थी। इसके बाद से ही सियासी गलियारों में उत्तर प्रदेश के नये अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का यह चुनाव न सिर्फ संगठन की दशा-दिशा तय करेगा, बल्कि 2026 के पंचायत चुनावों और 2027 विधानसभा चुनावों की रणनीति को भी आकार देगा। खासकर सपा के \“PDA\“ (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) फॉर्मूले की काट के लिए बीजेपी ओबीसी चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी में है।
सबसे आगे केंद्रीय मंत्री पंकज चाैधरी का नाम
विपक्षी दलों खासकर समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग पर दांव की संभावना \“PDA\“ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समीकरण की काट खोजने में जुटी भाजपा अपना नया प्रदेश अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग (OBC) से चुन सकती है। अध्यक्ष पद के लिए प्रमुख चेहरों में केंद्रीय मंत्री और महराजगंज से सांसद पंकज चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, धर्मपाल सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति और बीएल वर्मा शामिल हैं। |