दीपक पांडेय, फरीदाबाद। सड़क हादसों को रोकने के लिए डीजीपी ओपी सिंह ने 12 दिन पहले सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों/ पुलिस आयुक्तों को पत्र लिखते हुए आदेश दिया था कि एक्सप्रेसवे और हाईवे की सड़कों पर रात में खड़े भारी वाहनों को जब्त किया जाए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसे वाहन जानलेवा हादसों का सबब बनते हैं। सर्द रातों में और कोहरे में हादसों की संख्या बढ़ जाती है। दैनिक जागरण ने सुरक्षित यातायात अभियान के तहत इस विषय को प्रमुखता से उठाया था, जिस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक ने संज्ञान लेते हुए भारी वाहनों को जब्त करने और पेट्रोलिंग बढ़ाने के आदेश दिए थे।
डीजीपी के आदेश को दस दिन से अधिक बीत चुके हैं। इसके बाद दैनिक जागरण की टीम ने बुधवार और बृहस्पतिवार रात को औद्याेगिक नगरी फरीदाबाद, साइबर सिटी गुरुग्राम, पड़ोसी जिला पलवल, नूंह, पीतल नगरी रेवाड़ी, नारनौल और राजधानी दिल्ली के साथ लगते सोनीपत से निकलने वाले केजीपी, केएमपी, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, द्वारका एक्सप्रेसवे सहित विभिन्न हाईवे पर निकल कर आदेश की वास्तविकता जानने की कोशिश की।
पता लगाया कि कहां वाहन खड़े हैं, क्या पेट्रोलिंग की व्यवस्था है और है तो क्या भारी वाहनों को जब्त करने की कोई कार्रवाई हुई, ताकि आदेश पर अमल का सच सामने आ सके और इसे पुलिस अधिकारियों के समक्ष रखा जा सके। वास्तविकता यह रही कि डीजीपी के आदेश दरकिनार दिखे और रात के अंधेरे खतरा उसी तरह से बरकरार था।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ही खड़े मिले ट्रक
बुधवार रात के 11 बजे का समय है। जागरण प्रतिनिधि जब औद्योगिक नगरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर पहुंचे तो सेक्टर-13 इंडियन आयल के सामने ट्रक खड़ा हुआ था। इसके साथ ही सेक्टर-9 में ग्रीन बेल्ट के सामने भी ट्रक खड़ा मिला। यहां रोशनी का भी अभाव था। ट्रक ड्राइवर अंदर बैठे मिले।
उनसे जब बात की गई तो बताया कि वह लंबी दूरी तय करके आ रहे है। इसलिए थोड़ी देर के लिए रुक गए। जब उनसे कहा गया कि सड़क पर ट्रक खड़े होने से तो हादसे हो सकते हैं तो जवाब मिला कि अभी चले जाएंगे। यहां आसपास कोई पुलिस नहीं दिखी, जिनसे कार्रवाई के लिए कहा जा सके।
यहीं नजदीक ही रात 11:30 बजे बड़ौली गांव के पास पूरा लोड हुआ ट्रक खड़ा नजर आया। ट्रक पर रिफ्लेक्टर नहीं लगा हुआ था। इस ट्रक के भीतर से भी ड्राइवर और क्लीनर गायब थे। कुछ ही दूरी पर एक और कैंटर खड़ा था। इस दौरान बाइपास पर ट्रैफिक पुलिस की कोई भी पीसीआर नजर नहीं आई।
बल्लभगढ़ में भी यही हाल, समय रात 11:45 बजे
बल्लभगढ़ के पास नेशनल हाइवे पर रेलवे स्टेशन के सामने ही कैंटर खड़ा था। कैंटर के भीतर से ड्राइवर और सहायक गायब था। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि यहां पर प्रतिदिन कैंटर खड़ा करके वह अपने घर चले जाते हैं। इसके बाद थोड़ा ही आगे चलने पर बल्लभगढ़ अनाज मंडी के पास ही ट्रक खड़ा था।
अनाज मंडी के सामने न केवल दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन बल्कि सोहना और गुरुग्राम से आने वाले लोग भी आगरा जाने के लिए गुजरते हैं। झाड़सेतली के पास सर्विस रोड पर भी ट्रक खड़ा हुआ था। हैरानी वाली बात यह थी कि पड़ताल के दौरान नेशनल हाइवे के तीन किलोमीटर के भीतर ही 10 वाहन सड़क किनारे खड़े हुए नजर आए। अजरौंदा चौक से लेकर सीकरी तक पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं थी।
सोनीपत : हाइवे पर लगती है वाहनों की लंबी कतारें
सोनीपत में केजीपी यमुना पुल पर, केएमपी जीरो टोल पर, एनएच-334बी व राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के भिगान टोल के पास भारी वाहनों की लाइन लगी रहती हैं। वहीं बीसवां मील चौक पर, राई में सर्विस लेन किनारे, मुरथल में सुखदेव ढाबे के पास बहालगढ़ में गोल्डन हट के पास हल्के व भारी वाहनों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। यहां शनिवार व रविवार को खड़े किए जाने वाले वाहनों की संख्या कई गुणा बढ़ जाती है। जिससे हादसों की आशंका रहती है।
साइबर सिटी गुरुग्राम में खतरनाक स्थिति में दिखे वाहन
बृहस्पतिवार रात गुरुग्राम में पड़ताल के दौरान पाया गया कि कई जगहों पर सड़कों के किनारे अवैध रूप वाहन खड़े हुए हैं। न तो वाहन चालकों ने कोई पार्किंग लाइट जला रखी थी और न ही भारी वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगी मिली। हाईवे पर हीरो होंडा चौक, फ्लाईओवर के पास, खांडसा मंडी के पास, राजीव चौक, खेड़कीदौला टोल प्लाजा के दोनों ओर, मानेसर, रामपुर फ्लाईओवर के पास हाईवे पर भारी वाहन खड़े हुए पाए गए। यहां पर कोई पुलिस गश्त भी नहीं पाई गई।
पलवल व नूंह में भी यही हाल
पड़ोसी जिला पलवल में केजीपी और केएमपी एक्सप्रेसवे निकलत हैं, साथ ही नूंह में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे निकलता है। यहां एक्सप्रेसवे पर ही अवैध रूप से दर्जनों ढाबे खुल गए हैं। रात के समय ट्रक चालक ढाबे देख कर ट्रक खड़े कर देते हैं। नूंह में से 59 किलोमीटर एरिया से डीएमई गुजरता है। यहां जगह-जगह ट्रक खड़े मिले। अब यहां न तो डीएमई की ओर से कोई पेट्रोलिंग दिखी और न पुलिस गश्त करती दिखाई दी।स्पष्ट है कि जब पेट्रोलिंग ही नहीं है तो कार्रवाई कहां से हो।
रेवाड़ी व नारनौल में भी दिखी लापरवाही
रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाईवे निकलता है, यहां भी भारी वाहन सड़क पर खड़े थे। नारनौल से अंबाला तक जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी आगे चंडीगढ़ तक जाता है में नारनौल के पास और राष्ट्रीय राजमार्ग-11 दिल्ली-झुंझनू में काठूवास टोल प्लाना के पास और भिवानी-कोटपुतली हाईवे-148बी में नांगल चौधरी के पास भारी वाहन खड़े मिले।
इन जिलों से निकलते हैं हाईवे व एक्सप्रेसवे
- फरीदाबाद से दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग, केजीपी एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
- महेंद्रगढ़ से नेशनल हाइवे 152डी, नेशनल हाइवे-11
- पलवल से दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग, केजीपी व केएमपी एक्सप्रेसवे
- रेवाड़ी से दिल्ली-जयपुर हाइवे, रेवाड़ी-जैसलमेर हाइवे और रेवाड़ी-रोहतक हाइवे
- सोनीपत से केजीपी यमुना पुल, केएमपी जीरो टोल, राष्ट्रीय राजमार्ग-44
- गुरुग्राम से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, द्वारका एक्सप्रेसवे, गुरुग्राम-सोहना हाईवे, दिल्ली-जयपुर हाईवे, केएमपी एक्सप्रेसवे, गुरुग्राम-रेवाड़ी हाईवे
एक्सप्रेसवे और हाइवे पर हुए हादसों पर एक नजर
- 01 दिसंबर रात को केजीपी एक्सप्रेसवे पर अंधेरे में बिना रिफ्लेक्टर लगाकर खड़े ट्रक की वजह से एक अन्य ट्रक चालक की जान चली गई। पीछे से आ रहे ट्रक ने पहले से खड़े ट्रक में टक्कर मार दी। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
- गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर ग्वाल पहाड़ी, बंधवाड़ी और टोल प्लाजा के पास दो सालों में कई हादसे हुए हैं। पिछले साल दिसंबर में ही फरीदाबाद से कार से आ रहे दो भाई सड़क किनारे खड़े डंपर से भिड़ गए थे।
- 14 नवंबर को तड़के तीन बजे सोनीपत में राई के पास हाईवे पर सड़क हादसे में कार सवार दो दोस्तों की मौत हो गई थी, जबकि चार घायल हुए थे। यह सभी जन्मदिन की पार्टी मनाकर मुरथल से दिल्ली लौट रहे थे।
- गुरुग्राम-सोहना रोड पर सुभाष चौक के पास खड़े ट्रक से ऑटो टकरा गया। आटो में सवार दो लोग पानीपत निवासी अशोक और ऑटो ड्राइवर वीरेंद्र की मौत हो गई।
- आईएमटी मानेसर में ख्वासपुर गांव के पास कैंटर की सड़क किनारे खड़े ट्रक में टक्कर। कैंटर के ड्राइवर और कंडक्टर केबिन में फंसे, बुरी तरह घायल हुए
10 दिन में कितनों पर क्या हुई कार्रवाई
| जिला | जब्त वाहन | चालान | | फरीदाबाद | 13 | 145 | | रेवाड़ी | 12 | 32 | | गुरुग्राम | 0 | 790 | | पलवल | 0 | 180 | | सोनीपत | 0 | 739 | | नारनौल | 0 | 219 |
यह भी पढ़ें- सोनीपत में रातों रात खड़ी करवा देता था अवैध इमारतें! नगर निगम के बिल्डंग इंस्पेक्टर और पैरोकार पर गिरी गाज
डीजीपी के आदेश के बाद अलग से चार टीमों का गठन किया गया है। जो केवल नेशनल हाइवे पर खड़े वाहनों का चालान करने के लिए है। जब्त वाहनों को लेकर कार्रवाई की जाएगी। पिछले 10 दिन में अच्छी खासी संख्या में चालान किए गए हैं। रात को खुद मैं अपनी टीम के साथ औचक निरीक्षण पर निकलता हूं। ताकि नेशनल हाइवे पर खड़े वाहनों को लेकर क्या कार्रवाई की जा रही है। इसको चेक किया जा सके।
-
- मकसूद अहमद,डीसीपी, एनआईटी |