यह कार्यक्रम धाम के नवीनीकरण के चार सफल वर्षों का प्रतीक है, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति और श्रद्धा का अनुभव किया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के नवीनीकरण की चतुर्थ वर्षगांठ के पावन अवसर पर एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 13 दिसंबर 2025 को संपन्न हुआ, जिसमें मंदिर न्यास का प्रतिनिधित्व करते हुए धाम के डिप्टी कलेक्टर श्री शंभु शरण जी ने जयादि मंत्र एवं अप्रतिरथ मंत्र द्वारा विशेष हवन-पूजन का आयोजन किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस हवन-पूजन में 11 वैदिक शास्त्रियों की सान्निध्य में विधिवत वैदिक रीति से अनुष्ठान संपन्न हुआ। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन मंत्रों का उपयोग देवताओं द्वारा असुरों पर विजय प्राप्त करने के लिए किया गया था। इसी भावना के साथ धाम की उन्नति, लोक कल्याण और राष्ट्र की मंगल कामना हेतु यह अनुष्ठान किया गया।
मंदिर न्यास द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम श्री काशी विश्वनाथ धाम के नविनीकरण के चार सफल वर्षों की आध्यात्मिक उपलब्धियों और सनातन परंपरा के संरक्षण का प्रतीक रहा। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस अनुष्ठान को देखकर भक्ति और श्रद्धा का अनुभव किया। हवन के दौरान वातावरण में मंत्रों की गूंज और अग्नि की लपटों ने एक दिव्य माहौल का निर्माण किया, जिससे सभी उपस्थित जनों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।
यह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण घटना है। इस धाम का पुनर्निर्माण और विकास भारतीय संस्कृति और परंपरा के संरक्षण का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह धाम न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक तीर्थ स्थल है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की धरोहर का भी प्रतीक है।
धाम के चार वर्षों के सफल नवीनीकरण के बाद, यह स्पष्ट है कि यह स्थान न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है। इस धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय अनुभव मिलता है, जो उन्हें आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करता है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम का नवीनीकरण एक महत्वपूर्ण घटना है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस विशेष अवसर पर आयोजित हवन-पूजन ने सभी उपस्थित जनों को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा दी, जिससे वे अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। |