नई दिल्ली। यदि आप भी शेयर बाजार के निवेश करते हैं तो आपके के लिए खुशखबरी है। दिसंबर 2025 में बीएसई (BSE) के अनुसार, चार कंपनियों ने बोनस शेयर (Bonus Shares News Updates) जारी करने की घोषणा की है और इसके लिए रिकॉर्ड डेट भी तय कर दी है। बोनस शेयर के तहत कंपनियां अपने मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त शेयर जारी करती हैं, जिससे निवेशकों की शेयर संख्या बढ़ जाती है, हालांकि कुल निवेश मूल्य पर इसका कोई असर नहीं पड़ता। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
Upcoming Bonus Issues December 2025 : सबसे ज्यादा बोनस शेयर वाली कंपनियां कौन सी हैं?
1. Moneyboxx Finance में कितने बोनस मिलेंगे
एनबीएफसी सेक्टर की कंपनी Moneyboxx Finance ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर देने की घोषणा की है।
रिकॉर्ड डेट: 15 दिसंबर 2025
इसका मतलब है कि यदि किसी निवेशक के पास रिकॉर्ड डेट तक 1 शेयर है, तो उसे 1 अतिरिक्त बोनस शेयर मिलेगा।
2. Sylph Technologies में कितने फ्री शेयर मिलेंगे
आईटी सेक्टर की कंपनी Sylph Technologies ने 5:11 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का फैसला किया है।
रिकॉर्ड डेट: 17 दिसंबर 2025
3. Dr. Lal PathLabs Ltd
हेल्थकेयर सेक्टर की प्रमुख कंपनी Dr. Lal PathLabs ने भी अपने शेयरधारकों को 1:1 बोनस देने की घोषणा की है।
रिकॉर्ड डेट: 19 दिसंबर 2025
4. Unifinz Capital India Ltd
एनबीएफसी कंपनी Unifinz Capital India ने 4:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने की घोषणा की है।
रिकॉर्ड डेट: 19 दिसंबर 2025
बोनस शेयर क्या होते हैं?
बोनस शेयर वे अतिरिक्त शेयर होते हैं जो कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त में देती है। यह शेयर कंपनी अपने मुनाफे या रिजर्व से जारी करती है, न कि नकद डिविडेंड के रूप में। उदाहरण के लिए, 1:1 बोनस में यदि किसी निवेशक के पास 100 शेयर हैं, तो उसे 100 अतिरिक्त शेयर मिलते हैं और कुल शेयर संख्या 200 हो जाती है।
बोनस शेयर जारी होने के बाद शेयर की कीमत उसी अनुपात में समायोजित हो जाती है, जिससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन और निवेशक का कुल निवेश मूल्य समान रहता है।
बोनस शेयर क्यों देती हैं कंपनियां?
- शेयर की लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए
- खुदरा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए
- शेयर की कीमत को किफायती बनाने के लिए
- कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति का संकेत देने के लिए
Bonus Share Eligibility Criteria: बोनस शेयर पाने की क्या है पात्रता?
बोनस शेयर पाने के लिए रिकॉर्ड डेट सबसे अहम होती है। जिन निवेशकों का नाम रिकॉर्ड डेट के दिन कंपनी के रजिस्टर ऑफ मेंबर्स या डिपॉजिटरी रिकॉर्ड में होता है, वही बोनस शेयर के हकदार होते हैं।
- भारतीय शेयर बाजार में T+1 सेटलमेंट के कारण आमतौर पर एक्स-डेट (Ex-Date) और रिकॉर्ड डेट एक ही होती है।
- एक्स-डेट से पहले खरीदे गए शेयर ही बोनस के लिए पात्र होते हैं
- एक्स-डेट या उसके बाद खरीदे गए शेयर बोनस के योग्य नहीं होते
- एक्स-डेट के बाद शेयर बेचने पर भी बोनस का अधिकार समाप्त हो जाता है
इसलिए निवेशकों को बोनस शेयर पाने के लिए एक्स-डेट से पहले शेयर खरीदकर रिकॉर्ड डेट तक होल्ड करना जरूरी होता है।
यह भी पढ़ें: SIP का पैसा आखिर कहां जाता है, म्यूचुअल फंड के पीछे लगी AMC का क्या काम? 90% लोगों को नहीं पता ये राज
“शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।“
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।) |
|