मेसी ने स्टेडियम में लैप ऑफ ऑनर शुरू किया, लेकिन घेराबंदी इतनी ज्यादा थी कि वे पूरा चक्कर भी नहीं लगा पाए।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फुटबॉल के मशहूर खिलाड़ी लियोनेल मेसी के भारत दौरे के पहले पड़ाव कोलकाता में उस समय अफरा-तफरी में बदल गया जब हजारों फैंस उन्हें ठीक से देख भी नहीं पाए। सॉल्ट लेक स्टेडियम में शनिवार दोपहर को पहुंचे मेसी को देखने के लिए लोग 14 हजार रुपये तक की टिकट खरीदकर आए थे, लेकिन कार्यक्रम में हुई अव्यवस्था ने सब कुछ बिगाड़ दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फैंस की उम्मीद थी कि वे अपने चहेते स्टार को करीब से देखेंगे, लेकिन जैसे ही मेसी मैदान पर आए, कई राजनेता, अधिकारी और गणमान्य लोग उन्हें घेरकर खड़े हो गए। दूर की गैलरी में बैठे दर्शक कुछ भी नहीं देख पाए। गुस्साए फैंन्स ने अधिकारियों पर हूटिंग शुरू कर दी और कुर्सियां व बोतलें फेंकना शुरू कर दिया। सुरक्षा कर्मियों को मेसी को जल्दी से बाहर निकालना पड़ा।
स्टेडियम में फैली अफरा-तफरी
कार्यक्रम की शुरुआत अच्छी हुई थी। मेसी ने स्टेडियम में लैप ऑफ ऑनर शुरू किया, लेकिन घेराबंदी इतनी ज्यादा थी कि वे पूरा चक्कर भी नहीं लगा पाए। सिर्फ 20-22 मिनट में ही उन्हें बाहर ले जाया गया।
आयोजक सतद्रु दत्ता ने माइक पर बार-बार अपील की कि लोग मेसी को अकेला छोड़ें और मैदान खाली करें। उनकी आवाज भावुक हो गई, लेकिन अपील का कोई असर नहीं हुआ। गणमान्य लोग लगातार मेसी के आसपास बने रहे।
प्रशंसकों का गुस्सा बढ़ता गया। कई ने मैदान पर उतरने की कोशिश की, कुर्सियां तोड़ीं और सामान फेंका। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर अफसोस जताया और मेसी से माफी मांगी। उन्होंने जांच समिति गठित करने का ऐलान किया।
आयोजक सतद्रु दत्ता को नहीं मिलेगी बेल
घटना के बाद कोलकाता पुलिस ने मुख्य आयोजक सतद्रु दत्ता को हिरासत में लिया। वे हैदराबाद जाने के लिए एयरपोर्ट पर थे, तभी उन्हें पकड़ा गया। दत्ता \“जीओएटी इंडिया टूर 2025\“ के मुख्य प्रमोटर हैं और इस दौरे को अपनी पहल बताया जाता है। पुलिस ने उन पर अव्यवस्था और धोखाधड़ी के आरोप लगाए। फैंस को टिकट के पैसे वापस करने का लिखित आश्वासन भी दिया गया है।
रविवार को दत्ता को बिधाननगर कोर्ट में पेश किया गया। उनके वकील ने जमानत की अर्जी दी, लेकिन पुलिस ने 14 दिन की हिरासत मांगी। कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी और दत्ता को 14 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया। जांच जारी है और कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
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