पांच मीटर आगे तक दृश्यता रही शून्य। जागरण
जागरण संवाददाता, मथुरा। इस सीजन का कोहरा दूसरे दिन रविवार को भी रहा। हाईवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर मध्य रात्रि से ही कोहरा के रूप में सफेद चादरें तनी रहीं, जो अगले दिन दोपहर तक रहीं। इसके बाद ही यातायात सामान्य हो सका। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं शहरी क्षेत्र में सुबह सात बजे से कोहरे की चादरें तनीं, जो दो घंटे तक रहीं। इसके कारण जनजीवन प्रभावित रहा। वाहनों का आवागमन भी थम सा गया। गलन से लोग ठिठुरते नजर आए। ठंड व रविवार होने के कारण लोग रजाई में से देरी से निकले। कोहरे के कारण सुबह टहलने वालों की संख्या में भी कमी नजर आई। 10 न्यूनतम और 23 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा। हवा की गति पांच किमी प्रति घंटा की रफ्तार रही।
इस सीजन में शनिवार से कोहरा पड़ने लगा है। रविवार की सुबह सात बजे तक शहरी क्षेत्र में मौसम साफ रहा। कुछ मिनट बाद ही कोहरे की चादरें तनने लगीं। 10 मिनट में आबादी के बीच तक कोहरा छा गया। हालात यह थे कि पांच मीटर दूर तक का कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। इसके कारण किसानों एवं सुबह दूध आदि कामकाज के लिए घरों से निकले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह दो घंटे बाद कोहरा छटने के बाद आवागमन सामान्य हुआ।
वहीं हाईवे व यमुना एक्सप्रेसवे पर शनिवार की मध्य रात के बाद से ही घना कोहरा छा गया। सुबह चार बजे तक कोहरा के कारण आवागमन प्रभावित हो गया। गंतव्य को जा रहे वाहनों को चालकों ने सड़क किनारे रोक लिया। हाईवे किनारे बने ढाबे पर तो वाहनों की लाइन लगी रही। ठंड से ठिठुर रहे लोग यहां जल रहे अलाव पर तापते नजर आए।
हाल यह था कि ठंड के कारण शरीर से कंपकंपी छूट रही थी। सुबह 10 बजे के बाद 30 की स्पीड से ही वाहन लाइट की रोशनी में गंतव्य को जा रहे थे। दोपहर 12 बजे के बाद कोहरा पूरी तरह छंटने के बाद आवागमन सामान्य हो सका। इसके कारण लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में देरी का सामना करना पड़ा।
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सुबह की सैर पर ब्रेक, कम हुई संख्या
संसू, जागरण, सुरीर : कोहरा व ठंड के कारण सुबह की सैर करने वालों की संख्या में कमी नजर आ रही है। कस्बा सुरीर में रविवार सुबह टहलने आए मनोज गुप्ता व ललित सेठ ने बताया पहले काफी संख्या में लोग टहलते मिलते थे। लेकिन, कोहरा व ठंड के कारण उनकी संख्या कम नजर आ रही है। वरिष्ठ चिकित्सक डा. ज्ञान सिंह ने बताया, ठंड के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक और हृदयाघात की आशंका बढ़ जाती है। सांस के रोगियों के लिए कोहरे वाला मौसम नुकसानदेह होता है। इस तरह के रोगियों को कोशिश करनी चाहिए कि वे सुबह जल्दी घर न निकलें, घरों में ही व्यायाम करें। |