संघर्ष समिति तब तक चुप नहीं बैठेगी जब तक माता वैष्णो देवी के चढा़वे का उचित समाधान नहीं हो जाता।
डिजिटल डेस्क, जम्मू। हिंदू भक्तों के चढ़ावे से चलने वाले श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एक्सीलेंस में हिंदुओं की उपेक्षा और मुस्लिम समुदाय को 50 में से 45 सींटें आवंटित किए जाने के विरोध में जारी आंदोलन अब उग्र रूप धारण कर चुका है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समिति सदस्यों की अगुवाई में सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने आज लोक भवन का घेराव किय और उपराज्यपाल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति जोकि करीब सात संगठनों का एक संगठन है, समर्थकों के साथ रेडियो स्टेशन के नजदीक लोक भवन के मुख्य द्वार पर पहुंच गया।
समिति के सदस्य उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अपने फैसले को वापस लेने की आवाज उठा रहे थे। लोग प्रदर्शन करते हुए रेडियो स्टेशन चौक पहुंचे। गुस्साए लोगों ने लोक भवन में प्रवेश करने का प्रयास किया परंतु वहां तैनात सुरक्षाबलों ने बाढ़ की मदद से प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया।
करीब डेढ़ घंटे से यह प्रदर्शन जारी है और सड़क मार्ग बंद किया हुआ है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने चेतावनी दी कि जब तक श्राइन बोर्ड अपने फैसले को वापस नहीं लेता, बोर्ड के वैधानिक प्रावधानों की पुनर्समीक्षा नहीं होती उनका आंदोलन जारी रहेगा।
समिति के सदस्यों ने इस बात पर भी रोष जाहिर किया कि एक महीने से भी लंबे समय से चल रहे इस आंदोलन के बावजूद भी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से लेकर बोर्ड के अन्य किसी सदस्य ने उनसे बात नहीं की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें जल्द उचित समाधान का आश्वासन दिया है लेकिन संघर्ष समिति तब तक चुप नहीं बैठेगी जब तक माता वैष्णो देवी के चढा़वे का उचित समाधान नहीं हो जाता।
समिति ने साफ किया कि उनका प्रदर्शन किसी व्यक्ति या समुदाय के विरुद्ध नहीं है बल्कि उनकी मांग यह है कि हिंदू भक्तों के चढ़ावे से संचालित संस्थाओं को अपने मूल उद्देश्य और चरित्र बनाए रखना चाहिए। सरकार ने जो किया है भक्तों की अपेक्षाओं के अनुरुप नहीं है।
श्राइन बोर्ड के वैधानिक प्रावधानों की पुनर्समीक्षा की तत्काल आवश्कता है ताकि ये अपने मूल उद्देश्य के प्रति निष्ठावान रहें। श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल सुखबीर सिंह मनकोटिया ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सनातन धर्म की रक्षा के लिए बनाया गया था। उसके चेयरमैन, सदस्य इसलिए नामंकित किए जाते हैं कि वह सनातन धर्म की बात कर सकें। धार्मिक, अध्यात्मिक कार्य हों लेकिन उपराज्यपाल ने इसे व्यवसायिक केंद्र बना दिया है।
वहीं प्रदर्शन में मौजूद लोगों ने कहा कि श्राइन बोर्ड में बाहरी राज्यों से नियुक्तियां हो रही हैं। उपराज्यपाल मन मर्जियां करने में लगे हुए हैं और सनातन धर्म के हितों की कोई बात तक नहीं हो रही। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा। सरकार को जो भी फैसला लेना है जल्द लिया जाए। |