जमशेदपुर में ठंड और कोहरे का कहर। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। लौहनगरी जमशेदपुर में ठंड ने अपने तेवर तीखे कर लिए हैं। सोमवार को शहर घने कोहरे की आगोश में रहा और दिन भर लोग धूप के लिए तरसते नजर आए। हालांकि, मौसम विभाग ने नववर्ष के जश्न को लेकर थोड़ी राहत भरी खबर दी है। पूर्वानुमान के मुताबिक, एक जनवरी को सुबह कोहरा जरूर रहेगा, लेकिन दिन में अच्छी धूप खिलने और तापमान में मामूली बढ़ोतरी से पिकनिक का मजा दोगुना हो जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
साल 2025 की विदाई और नए साल 2026 का स्वागत कड़ाके की ठंड के बीच होने वाला है। सोमवार को जमशेदपुर का मौसम पूरी तरह बदला हुआ नजर आया। सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई, जिससे दृश्यता (विजिबिलिटी) काफी कम रही। सोनारी एयरपोर्ट से लेकर डिमना लेक तक धुंध की सफेद चादर बिछी रही।
दिन चढ़ने के बाद भी सूर्यदेव बादलों और कोहरे की ओट में छिपे रहे, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से 2.3 डिग्री गिरकर 23.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसने शाम होते ही लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया। पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) और सरायकेला में भी कमोबेश यही हाल रहा, जहां शाम होते ही कनकनी बढ़ गई।
नववर्ष पर कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के अभिषेक आनंद के अनुसार, अगले पांच दिनों तक राज्य में मौसम शुष्क रहेगा। जमशेदपुर और कोल्हान वासियों के लिए राहत की बात यह है कि अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
एक जनवरी को जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रहने का अनुमान है। यानी, नववर्ष की सुबह कोहरे वाली होगी, लेकिन दिन में खिली हुई धूप लोगों को ठंड से राहत देगी। हालांकि, शाम ढलते ही एक बार फिर सिहरन महसूस होगी, इसलिए पिकनिक मनाने जा रहे लोगों को गर्म कपड़ों के साथ ही घर से निकलना चाहिए।
धूप के लिए तरसते लोग और अलाव का सहारा
शहर में ठंड का असर जनजीवन पर साफ दिख रहा है। जुबली पार्क में मार्निंग वाक करने वालों की संख्या घट गई है। साकची और बिष्टुपुर के बाजारों में लोग शाम होते ही गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं। चौक-चौराहों पर अलाव जलने लगे हैं। साकची के रविंद्र कुमार ने कहा, सुबह आफिस जाने में हाथ सुन्न हो जा रहे हैं।
बाइक चलाना मुश्किल हो गया है, दस्ताने भी काम नहीं कर रहे। वहीं, गृहणी संगीता मिश्रा का कहना है, धूप न निकलने से घर के काम और कपड़े सुखाने में बहुत परेशानी हो रही है। बच्चों को स्कूल भेजने में डर लग रहा है कि कहीं ठंड न लग जाए।
कोल्हान के अन्य जिलों का हाल
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, चाईबासा में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से ज्यादा था, लेकिन रात का पारा वहां भी लुढ़क रहा है। सरायकेला-खरसावां में भी शीतलहर जैसी स्थिति महसूस की जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि ठंड से अभी पूरी तरह राहत मिलने के आसार नहीं हैं, इसलिए खासकर बुजुर्गों और बच्चों को सुबह-शाम विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। |