स्नातक व शिक्षक विप चुनाव के लिए 2.25 लाख मतदाता बनाएगी कांग्रेस
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कांग्रेस पदाधिकारियों को संगठन की मजबूती का मंत्र दिया। उन्होंने स्नातक व शिक्षक विधान परिषद चुनाव को लेकर जिला व शहरों के अध्यक्षों को 2.25 लाख मतदाता बनाने का लक्ष्य दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
साथ ही \“\“\“\“वोट चोर, गद्दी छोड़\“\“\“\“ हस्ताक्षर अभियान के तहत 49 लाख लोगों के हस्ताक्षर कराने की जिम्मेदारी भी कांग्रेस नेताओं को सौंपी। कहा कि हस्ताक्षर अभियान में जितने भी लोग भाग लेंगे उनकी सूची पार्टी हाईकमान को दिल्ली भेजी जाएगी।
उन्होंने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रयागराज, पूर्वांचल एवं अवध जोन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर संगठन सृजन अभियान की समीक्षा की। कहा कि राज्य में अब सबसे पहले स्नातक व शिक्षक विधान परिषद चुनाव होने हैं।
इसके बाद पंचायत चुनाव और फिर वर्ष 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे। इसलिए सभी जिलों में संपर्क व संवाद अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कम समय बचा है। स्नातक व शिक्षक विधान परिषद के चुनाव का असर विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। इसलिए हमें शिक्षकों, छात्रों और बुद्धिजीवी वर्ग के बीच जाकर उनसे सक्रिय संवाद स्थापित करना होगा।
उन्हें विश्वास दिलाना होगा कि कांग्रेस सदैव से ही शिक्षकों के अधिकारों, शिक्षा व्यवस्था की मजबूती और बेरोजगारी के समाधान के लिए निरंतर संघर्ष करती रही है। उन्होंने कहा कि जिला व शहर अध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्रों में मतदाताओं की सूची तैयार कर उसकी समीक्षा करें।
कांग्रेस नेताओं ने महर्षि वाल्मीकि को किया याद
कांग्रेस नेताओं ने महर्षि वाल्मीकि को किया याद राब्यू, जागरण, लखनऊः प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित समारोह में कांग्रेस नेताओं ने उन्हें याद किया। कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय व प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित कई कांग्रेस नेताओं ने महर्षि वाल्मीकि को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने अपनी तपस्या, ज्ञान के माध्यम से समाज को समानता, न्याय और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। वे न केवल रामायण के रचयिता थे, बल्कि समाज में समरसता और मानवता के प्रतीक भी थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज जब समाज में विभाजन की राजनीति की जा रही है, तब महर्षि वाल्मीकि के विचार पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। |