जागरण संवाददाता, बलरामपुर। सोहेलवा जंगल से खैर के पेड़ों की अवैध कटान कर हरियाणा समेत अन्य राज्यों में तस्करी करने के आरोप में रेंजर समेत 19 आरोपितों पर गैंग्सटर की कार्रवाई पूर्व में की गई थी।
आरोपित वन क्षेत्र बरहवा के रेंजर राकेश पाठक के साथी वांछित आनंद कुमार सिंह उर्फ अन्नू सिंह को तुलसीपुर पुलिस ने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित फन माल के पास एक कांप्लेक्स से गिरफ्तार किया है। पुलिस की धरपकड़ से वन माफिया गिरोह के अन्य सदस्य सकते में है।
गिरोह के लोग बरहवा रेंज के जंगलों से खैर की कीमती लकड़ी की अवैध कटान और तस्करी को अंजाम देते थे। आरोप है कि यह पूरा नेटवर्क वन विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से वर्षों से संचालित हो रहा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्य आरोपित रेंजर राकेश पाठक के संरक्षण में गिरोह निडर होकर कार्य करता था और एसएसबी व सिविल पुलिस की निगरानी से बचने के लिए पहले गिरोह के सदस्य बाइक से रास्तों की रेकी करते थे और मोबाइल के जरिये लकड़ी से लदे वाहनों को जंगल से बाहर सुरक्षित निकालते थे।
खैर लकड़ी तस्करी गिरोह में शामिल सभी आरोपित लंबे समय से जंगल से पेड़ काटने में लिप्त बताए जाते हैं। जो 19 वन माफिया नामजद हैं, उनमें बताते हैं कि गिरोह के कुछ सदस्य 20 से 25 वर्ष से लकड़ी तस्करी कर रहे हैं। पहले भी पकड़े गए, लेकिन गैंग्सटर की कार्रवाई पहली बार हुई है।
अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय ने बताया कि वांछित गैंग्सटर आरोपित आनंद कुमार सिंह को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करके जेल भेजा गया।
यह है गिरोह
गिरोह में शामिल श्रीमन नारायण शुक्ल उर्फ पिंटू, शंकर, आजाद चौहान, सुहेल अहमद, विमल कुमार पांडेय, मुकेश मौर्या, शिवकुमार, विकास यादव, गुड्डू पांडेय, कलाम बाबा, शंकरलाल, राजेश, मुबारक, आनंद कुमार सिंह, महबूब आलम, प्रीतपाल सिंह व अजीत सिंह के विरुद्ध भी गैंग्सटर की कार्रवाई की गई है। इनमें से श्रीमन नारायण शुक्ल उर्फ पिंटू व महबूब आलम समेत चार लोग पहले गिरफ्तार हो चुके हैं।
289 बोटा बरामद की थी खैर की लकड़ी
पुलिस ने 289 बोटा खैर की लकड़ी बरामद की थी। इसमें 169 बोटा लकड़ी आम के बाग में रखी थी। 10 अक्टूबर 2024 को ग्राम सेखुइनिया कला में 120 बोटा लकड़ी मिली थी। |